एक्सप्रेस-वे से अधिक ऊंचाई पर दौड़ेगी हाई स्पीड ट्रेन
संवाद सूत्र ठठिया (कन्नौज) हाई स्पीड ट्रेन की पटरी पोलों पर रहेगी। नीचे से लोगों का आवा
संवाद सूत्र, ठठिया (कन्नौज) : हाई स्पीड ट्रेन की पटरी पोलों पर रहेगी। नीचे से लोगों का आवागमन होगा। इसकी ऊंचाई एक्सप्रेस-वे से अधिक रहेगी। जिले में स्टेशन बनने की संभावना भी है। इसके लिए हाई स्पीड ट्रेन व पटरी की डिजाइन भी तैयार हो गई है।
हैदराबाद की कार्यदायी संस्था अरबी एसोसिएट को तीन माह में पूरे रूट का सर्वे कर डिजाइन तैयार करनी है। 900 किलोमीटर का सर्वे होना है। इसमें 600 किलोमीटर का हो चुका और 300 किलोमीटर का सर्वे बकाया है। क्षेत्र के कुरियाना, शुक्लनपुर्वा, चौहाननपुर्वा, होलेपुर, पिपरौली, नारायणपुर्वा सहित कई गांवों में रूट डिजाइन तैयार की जा रही है। मैप तैयार कर रहे मैनेजर भानु प्रसाद ने बताया कि शासन के निर्देश पर हाई स्पीड ट्रेन की पटरियां पोलों पर रखी जाएंगी। गांव को बचाने की कोशिश रहेगी और कोई आवास भी नहीं उजाड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि नापजोख चल रही है। जीपीएस सिस्टम से लैस पिलर लेवल सर्वे के लिए लगाए गए हैं। इससे हवाई सर्वे में आसानी रहेगी। 150 मीटर जमीन होगी अधिग्रहीत
हाई स्पीड ट्रेन के लिए तीन पटरियां बिछाई जाएंगी। हवाई सर्वे में मुहर लगने के बाद मुआवजा आदि की प्रक्रिया होगी। पिलर के दोनों ओर 150 मीटर जमीन अधिग्रहीत की जाएगी।
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परियोजना पर एक नजर
लंबाई: 865 किमी
गति: 320 किमी प्रति घंटा
लागत: 1.21 लाख करोड़ रुपये
स्टेशनों की संख्या: 12 --
संभावित स्टेशनों के नाम
दिल्ली, नोएडा, जेवर हवाई अड्डा, मथुरा, आगरा, नया इटावा, दक्षिण कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज (इलाहाबाद), नई भदोई और वाराणसी।
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यह है परियोजना
दिल्ली से वाराणसी के बीच बनने वाले कॉरीडोर की लंबाई 865 किलोमीटर की होगी। इसकी रफ्तार 320 किमी प्रति घंटा की होगी। करीब 1.21 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा। यात्रा का संभावित समय साढ़े चार घंटे का होगा।