साहब! राजस्व टीम को तीन लाख न देने पर JCB से गिराया मकान, 40 साल पहले कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने दिलाया था कब्जा
पैतृक जमीन को सरकारी जमीन बताकर राजस्व टीम ने तीन लाख मांगे थे। रुपये न देने पर प्रशासन के साथ आकर निर्माणाधीन मकान को ध्वस्त कर दिया। ग्रामीणों ने इसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित कर दिया है। थाना क्षेत्र के खेमपुर्वा गांव निवासी अभिषेक ने बताया कि चार पीढ़ी से उस जमीन पर काबिज है। ग्राम समाज ने अपनी जमीन होने का दावा 40 वर्ष पूर्व किया था।
संवाद सूत्र, इंदरगढ़ (कन्नौज)। साहब! पैतृक जमीन को सरकारी जमीन बताकर राजस्व टीम ने तीन लाख मांगे थे। रुपये न देने पर प्रशासन के साथ आकर निर्माणाधीन मकान को ध्वस्त कर दिया। ग्रामीणों ने इसका वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित कर दिया है।
थाना क्षेत्र के खेमपुर्वा गांव निवासी अभिषेक ने बताया कि चार पीढ़ी से उस जमीन पर काबिज है। ग्राम समाज ने अपनी जमीन होने का दावा 40 वर्ष पूर्व किया था। इसका न्यायालय में मुकदमा चला। मुकदमे में पिता के पक्ष में आदेश हुआ तो प्रशासन ने कब्जा लिया था। तब से कब्जा चला आ रहा।
तीन माह पूर्व मकान का निर्माण शुरू किया तो राजस्व कर्मी आए थे। उन्होंने तीन लाख रुपये की मांग रखी। रुपये देने से मना कर दिया तो पैतृक जमीन को सरकारी बताकर कार्रवाई कर दी। निर्माण लिंटर तक पहुंच चुका था और डेढ़ माह से काम बंद था। प्रशासन ने जेसीबी से निर्माण ध्वस्त कर दिया है। एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि आरोप निराधार है। सरकारी जमीन पर निर्माण हुआ है।
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