अगर I.N.D.I.A. की सरकार बनती तो… अखिलेश यादव छोड़ देंगे कन्नौज लोकसभा सीट! सपा में चल रहा मंथन
अखिलेश ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट से सफलता प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र की सदस्यता छोड़ दी थी। सपा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष का पद संभाला और विधानसभा से लेकर सड़क तक में लगातार भाजपा सरकार को घेरते रहे हैं। सपा 37 सीटों के साथ ही प्रदेश की नंबर वन व देश की तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कन्नौज लोकसभा सीट से विजयी हुए हैं। वह मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से विधायक व नेता प्रतिपक्ष भी हैं। ऐसे में विधानसभा की सदस्यता छोड़ते हैं या लोकसभा की इस पर मंथन चल रहा है।
नफा-नुकसान के आकलन के बाद जल्द ही निर्णय लेने की उम्मीद है। हालांकि, वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए विधायक व नेता प्रतिपक्ष के पद पर बने रह सकते हैं।
अखिलेश के प्रदर्शन से सपा नंबर वन
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ से सांसद चुने जाने के बाद अखिलेश ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट से सफलता प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र की सदस्यता छोड़ दी थी।सपा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष का पद संभाला और विधानसभा से लेकर सड़क तक में लगातार भाजपा सरकार को घेरते रहे हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में जिस तरह से अखिलेश ने प्रदर्शन किया, उससे सपा 37 सीटों के साथ ही प्रदेश की नंबर वन व देश की तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है।
कन्नौज लोकसभा सीट छोड़ सकते हैं अखिलेश
सूत्रों के अनुसार, अगर केंद्र में आईएनडीआईए की सरकार बनती तो निश्चित तौर पर सपा मुखिया केंद्र की राजनीति में सक्रिय होते और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालते। जब ऐसा नहीं हो रहा है तो अब वह प्रदेश में रहकर वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में फोकस कर सकते हैं। ऐसे में कन्नौज लोकसभा सीट छोड़ सकते हैं।यह भी पढ़ें: UP Lok Sabha Result 2024: राम मंदिर का राग अलापने वाली भाजपा की अयोध्या में ही शिकस्त, आखिर क्या रही वजह?
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