कन्नौज को अपना घर भी बता रहे हैं अखिलेश, लेकिन नहीं खोल रहे पत्ते; इशारों-इशारों में दे दिए बड़े संकेत
Lok Sabha Election 2024 सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में यह तो कहा कि कन्नौज उनका घर है इसे कैसे छोड़ सकता हूं। मगर कन्नौज संसदीय सीट पर अपने सियासी पत्ते नहीं खोले। सम्मेलन में उनके निशाने पर भाजपा ही रही। कार्यकर्ताओं से बोले भाजपा सरकार खुलेआम वसूली कर रही है।
जागरण संवाददाता, कन्नौज। (Lok Sabha Election 2024) सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में यह तो कहा कि कन्नौज उनका घर है, इसे कैसे छोड़ सकता हूं। मगर, कन्नौज संसदीय सीट पर अपने सियासी पत्ते नहीं खोले।
सम्मेलन में उनके निशाने पर भाजपा ही रही। कार्यकर्ताओं से बोले, भाजपा सरकार खुलेआम वसूली कर रही है। दिल्ली और झारखंड के मुख्यमंत्री को जेल भेज दिया। मुख्तार अंसारी का नाम लिए बिना बोले जेल में जहर देकर हत्या जैसी वारदातें हो रही हैं। विकसित भारत के नाम पर प्रधानों से वसूली की गई है। देश और प्रदेश में बड़े पैमाने पर चंदा वसूला जा रहा है।
गोरखपुर में बड़े पैमाने पर गांजा की खपत हो रही है। पता नहीं चल रहा कि गांजा कहां से आ रहा है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) सबसे पहले भाजपा से सपा में आए रामशंकर लोधी के आवास तिर्वा रोड धीरा ताल पहुंचे। इसके बाद औरैया जिले की बिधूना विधानसभा सीट से विधायक रेखा वर्मा के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे।पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में चर्चा थी कि राष्ट्रीय अध्यक्ष संसदीय सीट से प्रत्याशी की घोषणा करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बूथ प्रभारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि कन्नौज डा. राम मनोहर लोहिया व नेताजी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की कर्मभूमि रही है। यहां के लोगों ने उन्हें और डिंपल को सांसद चुना।
यहां उन्होंने पुल, मेडिकल कालेज से लेकर सड़कों को बनवाया है। इतना विकास करने के बाद भी कोई कन्नौज कैसे छोड़ सकता है। यह उनका घर है और इस सीट को कैसे खाली कर सकते हैं। भाजपा के लोग कन्नौज सीट को लेकर अफवाह फैला रहे हैं।सत्ता में आने पर सैफई की तरह नौजवानों के लिए स्पोर्ट्स सेंटर, स्टेडियम और विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।पूर्व सांसद छोटे सिंह यादव ने मंच से अखिलेश यादव को चुनाव लड़ने की घोषणा करने को कहा तो कार्यकर्ताओं ने भी नारे लगाकर अखिलेश के चुनाव लड़ने की मांग की। इस पर अखिलेश ने कहा कि ईद के बाद नवरात्र के दौरान वह फिर आएंगे।
नवरात्र में प्रत्याशी की घोषणा के संकेत तो दिए, लेकिन संशय बरकरार रखा। इस दौरान सपा जिलाध्यक्ष कलीम खान, मनोज दीक्षित, पूर्व विधायक कलियान सिंह दोहरे, अरविंद यादव, अनिल पाल, यश दोहरे, जयकुमार तिवारी, राजेश पाल, आकाश शाक्य, सुनील दिवाकर, हसीब हसन आदि मौजूद रहे।
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