Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

राशन के लिए अब नहीं लगाने पड़ेंगे कोटेदारों के घर के चक्कर, यूपी सरकार ने कर दिया बंदोबस्त

राशन लेने के लिए कोटेदार के घर या उनकी ओर से चयनित दुकान पर नहीं जाना पड़ेगा। ग्राम पंचायत की ओर से बनवाई गई दुकानों पर ही कोटेदार राशन का वितरण करेंगे और यहीं पर राशन का भंडारण भी होगा। सरकार की ओर से राशन की दुकानों को उच्चकोटि का बनाने की पहल रंग ला रही है। मनरेगा की ओर से अन्नपूर्णा माडल शाप का निर्माण कराया जा रहा है।

By amit kuswaha Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 03 Oct 2024 05:54 PM (IST)
Hero Image
सलेमपुर गांव में बनी कोटे की दुकान। जागरण

जागरण टीम, कन्नौज। अब राशन लेने के लिए कोटेदार के घर या उनकी ओर से चयनित की गई दुकान पर नहीं जाना पड़ेगा। ग्राम पंचायत की ओर से बनवाई गई दुकानों पर ही कोटेदार राशन का वितरण करेंगे और यहीं पर राशन का भंडारण भी होगा।

सरकार की ओर से राशन की दुकानों को उच्चकोटि का बनाने की पहल रंग ला रही है। मनरेगा की ओर से अन्नपूर्णा माडल शाप का निर्माण कराया जा रहा है। शासन ने 75 दुकानों के निर्माण के लिए कहा था। जिले में अब तक करीब 50 दुकानें पूर्ण हो चुकी हैं।

शेष दुकानों पर कार्य चल रहा है। इन दुकानों को संबंधित ग्राम पंचायत के राशन कोटेदारों के सुपुर्द किया जाएगा। इसके बाद राशन की दुकानों पर सरकार खाद्यान्न की बिक्री कराएगी। जिला पूर्ति अधिकारी राजीव मिश्र ने बताया कि तेजी से कार्य चल रहा है। जल्द ही सभी दुकानें बनकर तैयार हो जाएंगी।

10 गांवों में तैयार हो गईं दुकानें

छिबरामऊ : अक्सर राशन लेने के लिए कार्डधारकों को कोटेदार के घर या उनकी ओर से चयनित दुकान पर जाना पड़ता था। इसमें अनियमितताओं की शिकायत भी होती थी और कई बार विवाद की स्थितियां भी बन जाती थीं। शासन ने मनरेगा व राज्य वित की संयुक्त योजना को लेकर सार्वजनिक स्थल पर राशन दुकान का निर्माण कराए जाने के निर्देश दिए हैं।

विकास खंड में 15 ग्राम पंचायतों में जगह चिह्नित कर राशन की दुकानों का निर्माण शुरू कराया गया। इसमें दस ग्राम पंचायतों में दुकानों का निर्माण कार्य पूरा भी हो गया है। सात ग्राम पंचायतों में इनका संचालन भी शुरू हो गया है। राशन की दुकानों के निर्माण का उद्देश्य राशन वितरण में हो रही अनियमितताओं को खत्म करना है।

सार्वजनिक स्थल पर दुकान होने से लोगों को आसानी से राशन उपलब्ध हो सकेगा। दुकान के अंदर भंडार गृह भी रहेगा, इससे राशन इधर-उधर नहीं ले जाया जा सकेगा। गांव की तंग गलियों में राशन से भरी गाड़ी कोटेदारों को ले जाने में दिक्कतें होती थीं तो अब गांव के बाहर चौड़ी सड़क पर दुकान बनने से यह दिक्कत भी दूर हो जाएगी।

बीडीओ दीपांकर आर्य ने बताया कि पंचायत सचिवों को 15 दिन के अंदर ग्राम पंचायतों में निर्माणाधीन राशन की दुकानों का कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पांच गांवों में चल रहा काम

पंचायत हरकरनपुर, रंधीरपुर, सलेमपुर, नौली, रतनपुर, विर्रा, पुराभोज, हरिबल्लभपुर, कुंअरपुर लोधपुर व जमामर्दपुर में राशन की दुकानों का कार्य पूरा हो चुका है। ग्राम पंचायत नौगांईं, अतिराजपुर, धिंगपुर, बिबिया जलालपुर व विकूपुर में कार्य चल रहा है।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें