बुलडोजर के आगे लेटी महिलाओं को पुलिस ने घसीटा, घर के मर्दों को गिरफ्तार कर दुकान गिराने का आरोप
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में विवादित तीन दुकानों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया। महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पहले परिवार के पुरुषों को गिरफ्तार किया फिर दुकानें तोड़ी। महिलाओं और पुलिस में झड़प हुई। सपा नेता शशिमा सिंह ने भी पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया। इसके वीडियो भी वायरल हुए। पुलिस ने कार्रवाई की जानकारी से इनकार किया।
जागरण संवाददाता, कन्नौज। विवादित तीन दुकानों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करने के दौरान महिलाओं की पुलिस ने करीब आधा तक झड़प हुई। बुलडोजर के आगे लेटी महिलाओं को महिला पुलिसकर्मियों ने जमीन में घसीट कर दूर किया।
सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल हुए। महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके घर के पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद जबरियापुर असरदार लोगों के साथ पहुंची पुलिस ने दुकानों को ध्वस्त कर दिया।
आधे घंटे तक होती रही धक्का-मुक्की
तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के सीहपुर निवासी महेंद्र कुमार की नसरापुर में तिर्वा रोड पर जमीन है। नसरापुर निवासी मौरंग गिट्टी कारोबारी आशीष कुमार का दावा है एडवांस पांच लाख रुपये देकर महेंद्र कुमार गुप्ता से उसने तीन दुकानों का लिखित में सौदा किया था।इससे उसने जमीन पर सहमति से तीन दुकानों का निर्माण कराया। रविवार की दोपहर करीब एक बजे महेंद्र कुमार ने बुलडोजर से दुकानों को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान आशीष कुमार के घर की महिलाएं बुलडोजर के आगे लेट गई। सूचना पर पहुंची पुलिस से भी महिलाओं की नोकझोंक हुई।
करीब आधे घंटे तक महिलाओं से महिला पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने विरोध कर रही महिलाओं को घसीटकर बुलडोजर के आगे से हटाया।
महिलाओं का आरोप है कि पूंजीपतियों से मिलकर पुलिस ने पहले आशीष कुमार समेत परिवार के पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बगैर किसी आदेश के दुकानों को पुलिस ने ध्वस्त करा दिया। वहीं, महेंद्र कुमार का कहना है कि जमीन उनकी है। इस पर आशीष ने जबरिया कब्जा कर लिया था। बुलडोजर चलवाने की जानकारी पर उन्होंने इनकार किया है।
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-अमित कुमार आनंद, एसपी