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UP: इत्र कारोबारी Piyush Jain के घर से म‍िला 23 क‍िलो व‍िदेशी सोना जब्‍त, फर्म व माल‍िक पर 30-30 लाख पेनल्‍टी

196 करोड़ रुपये और 23 किग्रा विदेशी सोना बरामद होने के मामले में स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेशी के दौरान डीआरआई ने बताया क‍ि गोल्‍ड को जब्‍त कर ल‍िया गया है। वहीं फर्म और उसके माल‍िक पर 30-30 लाख की पेनल्‍टी लगाई है।

By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Wed, 24 May 2023 11:08 AM (IST)
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Kanpur News: इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से म‍िला था 196 करोड़ कैश और 23 क‍िलो सोना

कानपुर, जेएनएन। कन्नौज और कानपुर में 196 करोड़ रुपये और 23 किग्रा विदेशी सोना बरामद होने के मामले में इत्र कारोबारी पीयूष जैन और उनकी फर्म पर 30-30 लाख पेनाल्‍टी लगाई गई है। बता दें इस मामले में जेल गए पीयूष जैन को 254 द‍िन बाद 8 स‍ितंबर 2022 को र‍िहा क‍िया गया था।

जीएसटी चोरी के लिए डीजीजीआई और सोना तस्करी के लिए डीआरआई ने दर्ज क‍िए थे मामले

अब इस मामले में डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने 23 क‍िलो व‍िदेशी सोना जब्‍त कर ल‍िया है। पीयूष के अधिवक्ता चिन्मय पाठक ने बताया कि पीयूष जैन के खिलाफ जीएसटी चोरी के लिए डीजीजीआई और सोना तस्करी के लिए डीआरआई की ओर से दर्ज किए गए मामलों में स्पेशल सीजेएम कोर्ट में 23 मई को सुनवाई हुई।

स्पेशल सीजेएम कोर्ट में डीआरआई अफसर ने दी जानकारी

ज‍िसमें डीआरआई लखनऊ के सीन‍ियर इंटेलीजेंस अफसर संतोष कुमार व अभ‍िषेक स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेश हुए। उन्‍होंने कोर्ट को जानकारी देते हुए बताया क‍ि पीयूष जैन और उनकी फर्म पर 30-30 लाख पेनल्‍टी लगाई गई है। इसी के साथ कन्‍नौज स्‍थ‍ित आवास से 23 क‍िलो व‍िदेशी सोने की ईंट म‍िली थीं उसे भी जब्‍त क‍िया गया है।

पीयूष जैन पर 496 करोड़ का टैक्स

करीब पांच माह पहले 11 द‍िसंबर को डायरेक्टर जनरल आफ इंटेलीजेंस की टीम ने पीयूष जैन के करीबी रिश्तेदार व ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन के गोदाम व कार्यालय पर छापा मारा था। टीम ने कार्रवाई के दौरान कई दस्तावेज जब्त किए थे। प्रवीण जैन के बारे में टीम को जानकारी मिली थी कि वह शिखर पान मसाला के माल परिवहन से जुड़े हैं। विभाग की कार्रवाई पीयूष जैन से मिले लिंक के आधार पर की गई थी।

सूत्रों का कहना है कि डीजीजीआइ अहमदाबाद की ओर से पीयूष जैन के कारोबार का जो विवरण तैयार किया गया था, उसके आधार पर ही प्रवीण जैन के प्रतिष्ठान पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई के बाद पीयूष जैन पर डीजीजीआइ ने 496 करोड़ 68 लाख रुपये का टैक्स लगाया और इसका नोटिस भी भेजा था।