IPS अधिकारी का पेशकार 15 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, विजिलेंस की टीम ने की कार्रवाई
Kanpur News कानपुर में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। एसीपी बाबूपुरवा के पेशकार ने दिव्यांग वादी से मुकदमे के आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट लगाने के लिए 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। विजिलेंस की टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। रिक्शा चालक की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने कार्रवाई की है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। भ्रष्टाचार व दागी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दावा करने वाले अफसरों की नाक के नीचे ही रिश्वतखोरी चरम पर है। इस पर सोमवार को मुहर भी लग गई। दिव्यांग वादी से मुकदमे के आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट लगाने के लिए एसीपी बाबूपुरवा के पेशकार ने रिश्वत मांगी।
बातचीत तय होने के बाद 15 हजार रुपये रिश्वत ले रहे पेशकार को विजिलेंस की टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। टीम उसे पकड़कर अपने कार्यालय ले गई, जहां पूछताछ के बाद इंस्पेक्टर विजिलेंस ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
जूही लाल कालोनी निवासी 32 वर्षीय ई-रिक्शा चालक रिंकू पासवान बाएं पैर से दिव्यांग हैं। उनके बड़े भाई मोनू ने बताया कि घर के सामने रहने वाली मोना कश्यप के का पालतू कुत्ता ई-रिक्शा की गद्दी फाड़ देता था। इस बात को लेकर 13 जून को विवाद हुआ, तो मोना, उसके भाई राजा, भतीजे समीर आदि ने रिंकू और परिवार के सदस्यों से मारपीट कर जातिसूचक गालियां दी थीं।
किदवई नगर थाने में अनसुनी के बाद डीसीपी दक्षिण से गुहार लगाई। आठ जुलाई को पड़ोसी आकाश ने मोना के कुत्ते को रिक्शे पर बैठा दिया, जिसके बाद फिर विवाद कर मारपीट औेर जेल भिजवाने की धमकी दी गई। पुलिस आयुक्त के आदेश पर 15 जुलाई को किदवई नगर थाने में मारपीट, एससी-एसटी, धमकी समेत अन्य धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था। मोनू ने बताया कि तीन दिन पहले रिंकू और मां एसीपी बाबूपुरवा कार्यालय गईं और मामले को लेकर जानकारी ली।
चार्जशीट लगाने को मांगे 20 हजार रुपये
आरोप है कि एसीपी अमरनाथ यादव के पेशकार बांदा के सिकौला निवासी शहनवाज खान और एक सिपाही योगेश कुमार ने 20 हजार रुपये रिश्वत मांगते हुए कहा था कि तभी चार्जशीट लग पाएगी। चार्जशीट लगाने की बात 15 हजार रुपये में तय हो गई थी।
मामले में विजिलेंस की इंस्पेक्टर इन्दू यादव ने बताया कि मुकदमे के वादी रिंकू पासवान ने उनके कार्यालय में आकर पूरी घटना की जानकारी देते हुए एसीपी के पेशकार की करतूत बताई, जिसकी उन्होंने जांच की। सोमवार को उन्होंने रिंकू को केमिकल लगे हुए 15 हजार रुपये के नोट दिए, जिसे पेशकार को देने के लिए भेजा।
शाम को जैसे ही वह अपनी मां के साथ एसीपी बाबूपुरवा कार्यालय पहुंचा और शहनवाज को रुपये दिए। तभी पीछे से वह टीम संग आ गईं और उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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