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Kanpur में प्रदूषण ने बजाई खतरे की घंटी, AQI पहुंचा 300 पार, निगरानी के लिए निंयत्रण बोर्ड ने दौड़ाई टीमें

कानपुर में वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। बिगड़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) ने खतरे की घंटी बजा दी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में अधिकारियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए और साथ ही निगरानी के लिए टीमें दौड़ाईं गई हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek AgnihotriUpdated: Mon, 31 Oct 2022 04:04 PM (IST)
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कानपुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहुंचा 300 के पार।
कानपुर, जागरण संवाददाता। बिगड़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) ने खतरे की घंटी बजा दी है। सोमवार को एक्यूआइ 319 तक पहुंच गया। उखड़ी जर्जर सड़कों पर उड़ रही धूल और जगह-जगह जलाया जा रहा कूड़ा मुसीबत बन गया है। इसके साथ हालात गंभीर होते देख ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू करने के साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के अवकाश निरस्त कर टीमें शहर में दौड़ाई गई हैं। ये टीमें शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थितियों का आकलन करके रिपोर्ट देंगी, इस आधार पर शासन आगे की कार्ययोजना लागू करेगा।

छठ पूजा के साथ गड़बड़ाई स्थितियां 

दीपावली पर प्रदूषण से राहत मिली थी लेकिन अब छठ पूजा के साथ स्थितियां गड़बड़ाने लगी हैं। अब एक्यूआइ खराब स्थिति से आगे बढ़ चुका है। सोमवार को शहर का औसत एक्यूआइ 319 रहा जबकि नेहरू नगर निगरानी केंद्र पर यह 365 दर्ज किया गया। इसके अलावा किदवई नगर में 303 तक पहुंच गया। यह समस्या सुबह और शाम को गंभीर हो जा रही है क्योंकि धुंध गिरती है और धूल के महीन कण (पीएम-2.5) वातावरण में ही रहते हैं और शरीर के भीतर जाकर फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं जिससे सांस लेने में दिक्कत के साथ खांसी और खराश की दिक्कत होती है।

जलता हुआ कूड़ा बढ़ा रहा मुसीबत

इस मुसीबत को जलता हुआ कूड़ा और बढ़ा रहा है। इसकी वजह से कार्बन, सल्फर डाई आक्साइड भी परेशानी का सबब बन रही हैं और शहर गैस चेंबर में तब्दील होता जा रहा है। कार्बन का स्तर खराब स्थिति में पहुंच रहा है। 

औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष निगाह रखने के निर्देश

पर्यावरण निदेशालय के निदेशक आशीष तिवारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदूषण की स्थिति पर विशेष निगाह रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि छठ के बाद अब फैक्ट्रियों में तेजी से काम होगा लिहाजा वहां लगातार प्रदूषण का आकलन करते रहे और उसी अनुरूप नियंत्रण की व्यवस्था कराई जाए। 

सुबह पांच बजे के बाद नहीं अपडेट किया आंकड़ा

जैसे-जैसे प्रदूषण की स्थिति गड़बड़ा रही है, वैसे-वैसे आंकड़ों में खेल शुरू कर दिया गया है। सोमवार को औसत एक्यूआइ बढ़ने पर सुबह 5:10 बजे के बाद आंकड़ा अपडेट ही नहीं किया गया। इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

टीमों को निगरानी के लिए लगाया गया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर प्रदूषण की रोकथाम की व्यवस्था की जाएगी। इसमें नगर निगम, जिला प्रशासन, कानपुर विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर प्रदूषण नियंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा। - अमित मिश्र, क्षेत्रीय अधिकारी, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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