किचन में मौजूद ये मसाला इम्यून सिस्टम को करेगा मजबूत, जानें इसके फायदे
हम चाहें तो अजवाइन का पौधा भी गमले में लगा सकते हैं जो बेहद फायदेमंद होता है। आयुर्वेदाचार्य डा. आर राव कहते हैं कि प्रतिरोधक क्षमता को नव ऊर्जा देने वाली अजवाइन खाने के साथ भाप लेने में भी शरीर को फायदा पहुंचाती है।
By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Tue, 11 May 2021 05:28 PM (IST)
कानपुर, अनुराग मिश्र। कोरोना काल में सबसे ज्यादा जरूरी है सेहतमंद शरीर। लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए अलग-अलग नुस्खे आजमा रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेहत का खजाना हमारे किचन में ही है आजवाइन के रूप में। हम चाहें तो इसका पौधा भी गमले में लगा सकते हैं, जो बेहद फायदेमंद होता है। इसके फायदे गिनाते हुए आयुर्वेदाचार्य डॉ. आर. राव कहते हैं कि प्रतिरोधक क्षमता को नव ऊर्जा देने वाली आजवाइन खाने के साथ भाप लेने में भी शरीर को फायदा पहुंचाती है।
अजवाइन का किसी भी रूप में सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। अजवाइन को गुनगुने पानी के साथ साबुत भी चबाया जा सकता है और अजवाइन को पानी में उबालकर भी पिया जा सकता है। एसिडिटी की समस्या से बचाव के लिए अजवाइन का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। अजवाइन को कैरम सीड भी बोला जाता है, इसमें थिम्बोल नामक केमिकल होता है जो पाचन क्रिया को सुचारु करता है जिससे एसिडिटी की समस्या नहीं होती है।
ये है विशेषता
- ये बहुत शक्तिशाली एंटी आक्सीडेंट है
- इसमें विटामिन ए, सी-1, कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम, फाइबर, पोटेशियम का खजाना है
- सर्दी, खांसी-जुकाम
- सांस के रोग
- फेफड़ा शुद्धिकरण
- पेट व लिवर के रोग
- इंफ्लामेशन (सूजन) घटाने में
ऐसे कर सकते हैं सेवन
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- अजवाइन गर्म पानी में पकाकर भाप लेने से सर्दी, खांसी-जुकाम से राहत मिलती है
- अजवाइन और शहद को गर्म पानी में उबालकर चाय के रूप में पीने से फेफड़ों को फायदा होता है
- अदरक के रस के साथ सेवन से इसकी एंटी माइक्रोबियल विशेषता आंतों को स्वस्थ रखने के साथ भूख भी बढ़ाती है
- अजवाइन का पानी पीने में सिर दर्द की समस्या से राहत मिलती है
- रात में नींद न आने की समस्या है तो सोने से पहले अजवाइन का एक कप पानी पीने से फायदा मिलता है
- अजवाइन हजम शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसका इस्तेमाल बदहजमी, शिशुओं के पेट में दर्द आदि के इलाज में उपयोग किया जाता है।