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ट्रेन में बैग के अंदर मिले 1.4 करोड़ रुपये किसके और कौन कहां ले जा रहा था रकम, पता लगा रही जीआरपी

कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस की पैंट्रीकार में मिले रुपये से भरे बैग की जांच शुरू हो गई है। पुलिस पता लगा रही है कि नई दिल्ली से चली इस ट्रेन में किस व्यक्ति ने बैग चढ़ाया था और रुपया कहां ले जाया जा रहा था।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Wed, 17 Feb 2021 10:58 AM (IST)
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रुपयों से भरे बैग मिलने की जांच जीआरपी कर रही है।

कानपुर, जेएनएन। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में रुपयों से भरा बैग कहां से आया और इसे कहां ले जाया जा रहा था, यह बड़ा सवाल बन गया है। इतनी बड़ी रकम कहीं हवाला कारोबार से जुड़ी तो नहीं है, या फिर किसी घटना की साजिश की कड़ी तो नहीं है। ठीक उसी दिन लखनऊ में पीएफआई के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद आशंका और बढ़ गई है। अब तो इसका जवाब जीआरपी की जांच पूरी होने के बाद ही मिल सकेगा।

जीआरपी के मुताबिक यदि रुपयों से भरा ट्राली बैग दिल्ली स्टेशन पर रखा गया है तो इसके वीडियो फुटेज की जांच से सब सच सामने आ जाएगा कि आखिर बैग पैंट्रीकार में किसने रखा था। पैंट्रीकार के कर्मचारियों से भी पूछताछ होगी। उनकी मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इतनी बड़ी रकम ऐसे ही कोई रखकर नहीं जाएगा। जाहिर है किसी न किसी को बैग में पैसा होने की जानकारी भी थी। क्या यह पैसा हवाला का था या फिर पंचायत चुनाव के लिए भेजा जा रहा था, ऐसे तमाम सवाल तैर रहे हैं इन नोटों को लेकर। हालांकि, जीआरपी को अपनी इस आशंका से सुराग मिलने की उम्मीद है कि बैग पैंट्रीकार के किसी कर्मचारी की मदद से ही रखा गया था। उस तक पहुंच गए तो राजफाश का सिरा मिल सकता है।

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कहीं हवाला का पैसा तो नहीं

कयास लगाया जा रहा है कि पैसा कहीं हवाला का तो नहीं है। जिसे दिल्ली से बिहार भेजा जा रहा हो। सूत्र बताते हैं कि जिस तरह से ट्राली बैग में पैसा रखकर भेजा जा रहा है, हवाला कारोबारी एक जगह से दूसरी जगह पैसा भेजने के लिए इसी तरह का तरीका अपनाते हैं।

बड़ी साजिश की कड़ी तो नहीं

मंगलवार को लखनऊ में पीएफआइ के सदस्यों की गिरफ्तारी से प्रदेश में बड़ी साजिश टलने की संभावना जताई जा रही है। ठीक उसी दिन कानपुर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में एक करोड़ चालीस लाख रुपयों से भरा बैग का लावारिस मिलना संभवत: किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है। इस बिंदु पर भी जांच कराने की बात कही जा रही है

कहीं पंचायत चुनाव के लिए भेजा गया पैसा

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की दुंदुभी बज चुकी है। ऐसे में अधिकारी अनुमान लगा रहे हैं कहीं यह पैसा पंचायत चुनाव के लिए तो नहीं भेजा गया। अधिकारियों के मुताबिक इसकी गुंजाइश कम लगती है, लेकिन इस बिंदु पर भी जांच की जाएगी।

कंट्रोल रूम में आई सूचना

एक ओर जहां अधिकारी बता रहे हैं कि पैंट्रीकार के कर्मचारियों ने रेलवे अधिकारियों को सूचना दी, दूसरी ओर सूत्र बताते हैं कि पैंट्रीकार में लावारिस बैग होने की सूचना कंट्रोल रूम पर आई थी। इसके बाद कार्रवाई की गई ।जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने पहले इसे किसी यात्री का बैग समझाकर सामान्य तरीके से लिया और बैग की प्राथमिक जांच के बाद इसे सुरक्षित रख लिया। जब ट्रेन के जयनगर पहुंचने के बाद भी कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई तो उन्हेंं शक हुआ। इसके बाद बैग स्कैन करके देखा गया तो नोट होने की पुष्टि हुई।

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