Move to Jagran APP

एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई, 50 हजार की रिश्वत लेते लेखपाल को किया गिरफ्तार; इस तरह बिछाया था जाल

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एंटी करप्शन टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते लेखपाल को रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। लेखपाल एक प्लॉट की दाखिल खारिज के लिए 50 हजार की रिश्वर मांग रहा था। जिसकी शिकायत पीड़ित ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन को कर दी। टीम ने पूरी प्लानिंग के तहत लेखपाल को प्लॉट के पास बुलाया जैसे ही उसने रुपये लिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

By gaurav dixit Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 26 Jun 2024 10:09 AM (IST)
Hero Image
50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया आरोपित लेखपाल
जागरण संवाददाता, कानपुर। भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) ने घाटमपुर के अमौली गांव से एक लेखपाल को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। लेखपाल एक प्लॉट की दाखिल खारिज के नाम पर रिश्वत मांग रहा था। हनुमंत विहार में मुकदमा दर्ज किया गया है। बुधवार को आरोपित लेखपाल को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

घाटमपुर ब्लॉक के सरगवां में तैनात लेखपाल पंकज कुमार को मंगलवार को एंटी करप्शन की टीम ने अमौली में 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

दाखिल खारिज के लिए मांगी थी 50 हजार की रिश्वत

एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर जटा शंकर सिंह ने बताया कि घाटमपुर के गांव भदरसा निवासी मोहम्मद रजा ने शिकायत की थी कि उन्होंने एक प्लाट अमौली गांव के पास खरीदा था। प्लॉट की दाखिल खारिज को लेकर स्थानीय लेखपाल पंकज कुमार ने उससे 50 हजार की रिश्वत मांगी है।

एंटी करप्शन के कहने पर रजा ने पंकज को पैसे देने प्लॉट के पास बुलाया। जैसे ही लेखपाल ने रिश्वत के नोट पकड़े, एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। लिटमस टेस्ट में भी उसके हाथ लाल हो गए। इंस्पेक्टर के मुताबिक हनुमंत विहार थाने में आरोपित लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

इस साल पकड़ा सातवां मामला

एंटी करप्शन की टीम इस वर्ष काफी तेजी दिखा रही है। विभाग ने अब तक सात मामलों में नौ सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

इसे भी पढ़ें: तेज-तर्रार आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल का बांदा से तबादला, इस जिले में मिली नई तैनाती

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।