लोकसभा चुनाव में भाजपा को लगे करारे झटके के बाद पार्टी में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए जिलों से सदस्यता प्रमुखों के नाम भी तय कर दिए गए हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल के मुताबिक क्षेत्र की 17 जिला इकाइयों में एक सितंबर से सदस्यता का अभियान शुरू होगा। 20 अगस्त को लखनऊ में बैठक है।
जागरण संवाददाता, कानपुर।
लोकसभा चुनाव में बड़ा झटका लगने के बाद भाजपा ने संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए जिलों के सदस्यता प्रमुखों के नाम तय कर दिए गए हैं और इन सभी को 20 अगस्त को लखनऊ में होने जा रही कार्यशाला में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। प्राथमिक सदस्यता अभियान एक सितंबर से शुरू होगा।
भाजपा के पिछले संगठनात्मक चुनाव 2019 में हुए थे। इसमें सुनील बजाज, बीना आर्या, कृष्ण मुरारी कानपुर उत्तर, दक्षिण और ग्रामीण जिले के अध्यक्ष बने थे। उनका कार्यकाल खत्म होने का समय आया तो विधान परिषद के चुनाव आ गए जिसकी वजह से तीन वर्ष में पूरा होने वाला कार्यकाल बढ़ा दिया गया। इसके बाद नगर निगम चुनाव की वजह से कार्यकाल फिर बढ़ाया गया।
15 सितंबर 2023 को जिलाध्यक्षों को बदल दिया गया।
25 सितंबक तक चलेगा प्राथमिकता अभियान
इसके बाद उत्तर में दीपू पांडेय, दक्षिण में शिवराम सिंह और ग्रामीण में दिनेश कुशवाहा को अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि कमेटी के बाकी पदाधिकारी पुराने ही रहे। संगठनात्मक खींचतान का असर इस वर्ष लोकसभा चुनाव में देखने को मिला। अब संगठनात्मक चुनाव की तैयारी फिर शुरू हो गई है। तय समय से दो वर्ष बाद होने जा रहे चुनाव के लिए एक से 25 सितंबर तक प्राथमिक सदस्यता का अभियान चलेगा। यह अभियान एक से 15 अक्टूबर के बीच दोबारा चलेगा।
16 से 31 अक्टूबर तक सक्रिय सदस्यता अभियान चलेगा। बूथ समितियों के लिए प्राथमिक सदस्यता, मंडल, जिला व प्रदेश के लिए सक्रिय सदस्यता जरूरी है। वार्ड और मंडल के बाद जिला इकाइयों का चुनाव होगा। क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल के मुताबिक क्षेत्र की 17 जिला इकाइयों में एक सितंबर से सदस्यता का अभियान शुरू होगा। 20 अगस्त को लखनऊ में बैठक है।
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