भाजपा विपक्षी गठबंधन के दांव को काटने के लिए सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में दलित बस्तियों पर फोकस कर रही है। प्रभारी सुरेश खन्ना और महामंत्री संगठन धर्मपाल दलित बस्तियों में जाकर लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें भाजपा की सदस्यता दिला रहे हैं। साथ ही यह भी बताने का प्रयास किया जा रहा है कि संविधान को लेकर भ्रामक प्रचार किया गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर। लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ने जिस तरह संविधान के मुद्दे को उठाकर भाजपा को झटका दिया, उसे देखते हुए सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में भाजपा पूरी तरह दलित बस्तियों पर फोकस कर रही है।
सीसामऊ विधानसभा सीट के प्रभारी बनाए गए सुरेश खन्ना ग्वालटोली की वाल्मिकी बस्ती में घूम चुके हैं। इसके बाद भी वह रविवार को ग्वालटोली अहिराना बस्ती में जाएंगे। इस बीच शुक्रवार को प्रदेश के महामंत्री संगठन धर्मपाल द्वारिकापुरी बस्ती में गए थे।
सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम के बाद दलित और ब्राह्मण वोट ही सबसे ज्यादा है। लोकसभा चुनाव में जिस तरह से वोटों का अंतर बढ़कर 27 हजार के करीब पहुंच गया है, उससे भाजपा नेता परेशान हैं। पार्टी नेता मान रहे हैं कि दलित वोट भाजपा की तरफ आ जाए तो पार्टी चुनाव जीत सकती है। इसलिए पार्टी नेताओं का पूरा फोकस दलित बस्तियों पर है।
जब से बैठकों का दौर खत्म कर घर-घर जाने का कार्यक्रम शुरू हुआ है, सुरेश खन्ना और धर्मपाल एक-एक दलित बस्ती में गए हैं। अब सुरेश खन्ना रविवार को भी एक बस्ती में रहेंगे। इस दौरान जहां वहां रहने वालों को भाजपा की सदस्यता दिलाई जा रही है, वहीं यह भी बताने का प्रयास किया जा रहा है कि संविधान को लेकर भ्रामक प्रचार किया गया।
इतना ही नहीं प्रयास यह भी किया जा रहा है कि सुरेश खन्ना जिस बस्ती में जाएं, वहां किसी न किसी कार्य की शुरुआत भी की जाए। साथ ही वहां के लोगों से समस्या पता कर उसे दूर भी कराया जाए। पार्टी इसके जरिए बस्तियों के लोगों को अपनी निकटता का अहसास दिलाने का प्रयास कर रही है।
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