गंगा में डूबे स्वास्थ्य अधिकारी आदित्य वर्धन का मिला शव, छह दिन तक NDRF-SDRF ने चलाया था अभियान
गंगा में डूबे वाराणसी के उपनिदेशक स्वास्थ्य आदित्य वर्धन सिंह उर्फ गौरव का शव रविवार की रात गंगा बैराज में फंसा मिला। पुलिस ने शव को गंगा से बाहर निकलवाकर स्वजन को सूचना दी। मौके पर पहुंचे स्वजन ने शव की पहचान आदित्य वर्धन के रूप में की है। इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज ने बताया शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
संवाद सहयोगी, बिल्हौर। गंगा में डूबे वाराणसी के उपनिदेशक स्वास्थ्य आदित्य वर्धन सिंह उर्फ गौरव का शव रविवार की रात गंगा बैराज में फंसा मिला। पुलिस ने शव को गंगा से बाहर निकलवाकर स्वजन को सूचना दी। मौके पर पहुंचे स्वजन ने शव की पहचान आदित्य वर्धन के रूप में की है।
उन्नाव के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के कबीरपुर खम्हौली के मूल निवासी रमेश सिंह के बेटे 45 वर्षीय आदित्य वर्धन सिंह वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग में उपनिदेशक थे। आदित्य की पत्नी शैलजा महाराष्ट्र के अकोला में एडीजे हैं और अपनी 12 वर्ष की बेटी के साथ वही रहती हैं। 31 अगस्त की सुबह नानामऊ घाट पर गंगा स्नान करते समय गहराई में जाने से आदित्य डूब गए थे। वह अपने दो दोस्तों के साथ गंगा नहाने के लिए आए थे।
छह दिन तक NDRF-SDRF के गोताखोरों ने चलाया था अभियान
आदित्य वर्धन सिंह की तलाश में स्थानीय पुलिस, पीएसी, एनडीआरफ और एसडीआरएफ के गोताखोरों ने छह दिन तक तलाशी अभियान चलाया था। लेकिन कोई पता नहीं चला था। अब पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाश में जुटी थी।इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज ने बताया कि रविवार की देर रात गंगा बैराज में एक युवक का शव फंसा होने की जानकारी मिली। इस पर शव को बाहर निकलवा कर स्वजन को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे आदित्य के दोस्त, माता-पिता, रिश्तेदार और अन्य स्वजन ने शव की पहचान आदित्य के रूप में की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
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