Fake Currency Smuggling: पुलिस के डर से महोबा छोड़कर भाग गया था तुषार, पूर्व मंत्री के गैंग में बना नकली नोट का सप्लायर
पूर्व मंत्री के गिरोह के दो सदस्यों ने पकड़े जाने के बाद महोबा के तुषार गुप्ता को नकली नोटों का सप्लायर बताया है। सात साल पहले बजरंग वार्ड में मकान बिक्री करके जबलपुर चला गया था पड़ोसियों ने गलत कार्यों में लिप्त होने की जानकारी दी है।
By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Tue, 28 Sep 2021 01:59 PM (IST)
महोबा, जेएनएन। पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के गिरोह से जुड़े नकली नोटों की सप्लाई करने वाले जिस तुषार गुप्ता का नाम सामने आया है, वो महोबा का शातिर अपराधी रहा है और पुलिस के डर से जिला छोड़कर जबलपुर भाग गया था। महोबा में उसे धोखाधड़ी समेत अन्य एक मामले में पुलिस दो बार गिरफ्तार भी कर चुकी है। बांदा में नकली नोट के साथ पकड़े गए दो युवकों ने तुषार को सप्लायर बताया है।
क्या है पूरा मामलाएसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने बांदा-पैलानी मार्ग पर नकली नोटों के साथ महोबा जिले के कबरई थानाक्षेत्र के उंटिया गांव के राजाराम और पैलानी थानाक्षेत्र के नरी गांव निवासी जगभान को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 74,300 रुपये के नकली नोट, कार और मोबाइल बरामद किए थे। दोनों ने पूछताछ में बसपा के पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के गिरोह से जुड़े महोबा के तुषार गुप्ता से नकली नोट लेने की जानकारी दी थी। पूर्व मंत्री के फार्म हाउस से नकली नोटों की सप्लाई होने की बात कही थी। तुषार से नकली नोट लेकर वह हमीरपुर के नरेश और प्रयागराज के आकाश को सप्लाई करते थे और इसके एवज में रुपये खाते में ट्रांसफर लेते थे।
दो बार जेल जा चुका है तुषारमहोबा सदर कोतवाली क्षेत्र के बजरंग वार्ड का रहने वाला तुषार गुप्ता शुरू से आपराधिक कार्यों में लिप्त रहा है। शराब की तस्करी तथा जमीन के अवैध तरह के कब्जे के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस के डर से वह सात साल पहले महोबा छोड़कर जबलपुर भाग गया था। उसके माता-पिता का निधन करीब दस साल पहले हो चुका है और परिवार में अब कोई भी यहां नहीं रहता है। पड़ोसियों ने बताया कि 40 वर्षीय तुषार के दो और भाई थे। मई 2014 में तीनों अपना-अपना हिस्सा बिक्री करके चले गए थे। अपराधी होन के कारण अक्सर पुलिस पूछताछ के लिए तुषार को कोतवाली ले जाती थी। एसका पत्नी से भी विवाद चल रहा था। पत्नी की शिकायत पर ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था। पत्नी भी छोड़ कर चली गई थी।
एक प्लाट तीन लोगों को बेचकर की धोखाधड़ीउसका मकान खरीदने वाले व्यक्ति ने बताया कि तुषार शातिर था। उसने अपना मकान तीन लोगों को अलग-अलग बेचा था। बाद में किसी तरह मामले का निपटारा हो सका था। इसी तरह उसके और भी कई प्लाट थे, सभी की बिक्री करके वह भागा था। महोबा कोतवाली प्रभारी बलराम सिंह ने बताया कि बांदा पुलिस मुख्यालय से जानकारी मिली है कि नकली नोट के मामले में बजरंग वार्ड निवासी तुषार गुप्ता का नाम भी सामने आया, उसकी तलाश की जा रही है।
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