स्कूल परिसर में ही पल रही ‘मौत’, यूपी के इस जिले में पेड़ का फल खाकर 15 बच्चे पड़े बीमार; बीएसए ने लगाई कड़ी फटकार
शंकरानंद कंपोजिट स्कूल में 15 बच्चे जेट्रोफा के फल खाकर बीमार हुए हैं वो पेड़ शंकरानंद कंपोजिट स्कूल में ही है। घटना के बाद बीएसए ने स्कूल पहुंचकर जेट्रोफा के पेड़ व फलों को देखा और जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई। बीएसए सुरजीत कुमार ने बताया कि शंकरानंद कंपोजिट स्कूल के बच्चे पीछे की तरफ चले गए और अध्यापकों ने ध्यान नहीं दिया ये लापरवाही है।
संवाद सहयोगी, महाराजपुर। सरसौल रेलवे स्टेशन स्थित जिस शंकरानंद कंपोजिट स्कूल में 15 बच्चे जेट्रोफा के फल खाकर बीमार हुए हैं, वो जानलेवा जेट्रोफा के पेड़ कहीं और नहीं बल्कि विद्यालय परिसर में ही हैं। अधिकारियों को जांच में स्कूल परिसर में ही जेट्रोफा के कई पेड़ लगे मिले।
ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि वर्षों से स्कूल परिसर में नौनिहालों की जान खतरे में डालने वाला सामान मौजूद है लेकिन विद्यालय प्रबंधतंत्र इससे अनजान बना रहा। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
शंकरानंद स्कूल में कक्षा एक से लेकर बीए-बीएससी तक एक ही परिसर में कक्षाएं संचालित होती हैं। आगे की तरफ प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षाएं चलती हैं। इसके बाद इंटर कालेज और आखिर में डिग्री कालेज संचालित होता है। स्कूल परिसर में पीछे की तरफ डिग्री कालेज की इमारत के सामने जेट्रोफा के कई पेड़ लगे हुए हैं।
बीएसए ने लगाई कड़ी फटकार
घटना के बाद बीएसए ने स्कूल पहुंचकर जेट्रोफा के पेड़ व फलों को देखा और जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई। बीएसए सुरजीत कुमार ने बताया कि शंकरानंद कंपोजिट स्कूल के बच्चे पीछे की तरफ चले गए और अध्यापकों ने ध्यान नहीं दिया, ये लापरवाही है।
खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय, सरसौल व जिलास्तरीय दो अधिकारियों के साथ चार सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित कर दी है। जांच रिपोर्ट के बाद जो भी दोषी मिलेगा कड़ी कार्रवाई होगी।
जवाब देने से कतराते रहे खंड शिक्षा अधिकारी
सरसौल के खंड शिक्षा अधिकारी कृष्ण कुमार से घटना को लेकर जब बात की गई तो पहली बार तो उन्होंने फोन उठा लिया लेकिन बोले डाक्टर से बात कर रहे हैं। अभी फोन कर रहे लेकिन उसके बाद न उनका फोन आया और किया गया तो उठा नहीं।