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Raju Srivastav: उन्नाव में पैतृक घर-ननिहाल, पिता की भी हार्ट अटैक से हुई थी मौत, डीएम को लौटा दिए थे एक लाख

Comedian Raju Srivastav के निधन से उन्नाव के दो गांव भी शोक में डूब गए हैं यहां पर उनका पैतृक घर और ननिहाल है। उन्नाव में उनके पिता की काव्य समारोह के मंच पर हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उन्होंने ननिहाल में माता-पिता की प्रतिमा स्थापित कराई थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Wed, 21 Sep 2022 08:14 PM (IST)
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उन्नाव में राजू ने ननिहाल में माता-पिता की प्रतिमा स्थापित कराई।
उन्नाव, जागरण संवाददाता। Comedian Raju Srivastav : देश-दुनिया को हंसाने और गुदगुदाने वाले राजू श्रीवास्तव (गजोधर भइया) का उन्नाव से खास नाता रहा है। उनका जन्म भले ही कानपुर में हुआ हो लेकिन उनकी रगो में खून उन्नाव की माटी का दौड़ रहा था। यहीं बीघापुर ब्लाक में उनका पैतृक गांव और ननिहाल दोनों ही हैं। उनके पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव उर्फ बलई काका भी उन्नाव में कलेक्ट्रेट कर्मी थी।

बुधवार को कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) के निधन की खबर सुनते ही पैतृक गांव मगरायर गांव और ननिहाल बेहटा ससान गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ममेरे भाई वेदप्रकाश ने बताया कि बलई काका कई दशक पूर्व मगरायर से कानपुर चले गए थे। राजू और उनके सभी भाइयों का जन्म कानपुर किदवई नगर में ही हुआ। राजू को अपने पैतृक गांव मगरायर से बहुत लगाव था।

वह यहां के लोगों से अक्सर फोन पर बात करके हालचाल लेते थे। फिल्म विकास परिषद का अध्यक्ष बनने के बाद राजू (Raju Srivastav) ननिहाल और पैतृक गांव के करीबियों को कई बार लखनऊ बुलाकर हालचाल लेते थे और आवभगत करते थे। उन्नाव के प्रयागनारायण खेड़ा में रहने वाले ममेरे भाई शिवप्रकाश और पीडीनगर में रहने वाले चचेरे मामा के घर भी कई बार आए।

जमींदोज हो चुका पैतृक आवास

मगरायर में राजू के पिता रमेश श्रीवास्तव (Raju Srivastav Father) उर्फ बलई काका हास्य कवि थे और उनकी माता सरस्वती का पैतृक घर में आना जाना रहता था। उनके साथ राजू समेत सभी भाई आते थे और उनका बचपन यहां से जुड़ा है। जिस मकान में वह आते थे वो अब जमींदोज हो चुका है। इसके बाद जब भी राजू अाए तो पारिवारिक चचेरे भाई वेद विक्रम श्रीवास्तव के घर पर ठहरे।

ननिहाल में लगवाई माता पिता की प्रतिमा

राजू के पिता बलई काका का निधन अप्रैल वर्ष 2012 में कमला मैदान में साहित्य भारती के वार्षिक काव्य समारोह के मंच पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। राजू ने मां व पिता की स्मृति में ननिहाल में वर्ष 2012 में स्मारक स्थल बनवाकर प्रतिमा स्थापित कराई थी। वेद विक्रम व ननिहाल ससान निवासी राजू के ममेरे भाई पूर्व प्रधान वेद प्रकाश ने बताया कि बलई काका का निधन होने के बाद राजू दो बार मगरायर व तीन बार ननिहाल आए थे।

वापस कर दिया था एक लाख का चेक

वर्ष 2003 में तत्कालीन डीएम बीबी सिंह ने राजकीय इंटर कालेज मैदान पर उन्नाव महोत्सव का आयोजन किया था। इसमें हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया था। कार्यक्रम के संचालक रहे साहित्य सेवी मनीष सिंह सेंगर बताते हैं कि उस समय डीएम ने उन्हें एक लाख रुपया का चेक दिया था। तब राजू ने यह कहकर चेक वापस कर दिया था मेरा सौभाग्य है कि अपने पैतृक जनपद में प्रस्तुति दे रहा हूं, यहां का पैसा नहीं लूंगा।

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