उत्तर मध्य रेलवे को मिली आधुनिक मेमू, आरामदायक होगा सफर और इंजन, बैठे चालक खोज लेंगे कोच की खामी
चेन्नई की इंटिग्रल कोच फैक्ट्री से पहली आधुनिक मेमू ट्रेन उत्तर मध्य रेलवे को मिल गई है जो बहुत जल्द पटरियों पर दौड़ती नजर आने वाली है। इसके कोच में यात्रियों को आरामदायक सफर मिलेगा वहीं चालक भी बिना हिले ही कोच की खामी को दुरुस्त कर लेंगे।
कानपुर, जेएनएन। रेलवे मेमू ट्रेन चलाने का निर्णय लेता है तो शहरवासियों को आधुनिक कोच में सफर करने का अवसर मिलेगा। इस आधुनिक मेमू ट्रेन के कोच जहां यात्रियों का सफर आराम दायक बनाएंगे वहीं इसका इंजन ड्राइवर की हर समस्या का चुटकी बजाते ही समाधान कर देंगे। उत्तर मध्य रेलवे को पहली आधुनिक मेमू ट्रेन मिली है, जो चंद सेकेंड में स्पीड पकड़ लेगी और स्टेशन पर तत्काल रुक भी जाएगी।
चेन्नई की इंटिग्रल कोच फैक्ट्री से यह आधुनिक मेमू ट्रेन फरवरी के शुरूआत में आयी थी। अभी तक इसे इलेक्ट्रिक मेमू कार शेड में रखा गया था। ट्रेन का मेंटीनेंस देखने के लिए इसे टूंडला भेजा गया था। अब इस पर ड्राईवर की टीम बनाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मेमू ट्रेनों को चलाने का निर्णय अभी रेलवे ने नहीं लिया है लेकिन जिस तरह से अनारक्षित ट्रेनें चलायी जा रही हैं, इससे मेमू ट्रेनों को भी शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है। अभी तक उत्तर मध्य रेलवे में साधारण मेमू ट्रेनें चलायी जा रहीं थीं। इन ट्रेनों को भी उत्तर रेलवे से लेकर चलाया जा रहा था।
अब उत्तर मध्य रेलवे को पहली आधुनिक मेमू ट्रेन मिली है। यह आधुनिक ट्रेन जितनी तेजी से स्पीड पकड़ेगी उतनी ही आसानी से रूक भी जाएगी। इसके प्रत्येक कोच में सीसीटीवी लगाए गए हैं। ऐसे में चेन पुलिंग जैसी घटनाओं पर भी नजर रखी जा सकेगी। ट्रेन को बाहर से देखने पर ही पता चल जाएगा, मेमू कहां जाएगी। अभी तक यह सुविधा किसी मेमू ट्रेन में नहीं है। खास बात यह है कि किसी कोच का ब्रेक जाम होने पर अब ड्राइवर को कोच तक जाने की जरूरत नहीं होगी। वह इंजन में बैठकर ही उसे सही कर सकेंगे।