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'जाति छोड़ो-जमात जोड़ो' नारे के साथ पिछड़ों को जोडऩे में जुटी कांग्रेस, राजाराम पाल को दी गई कमान Kanpur News

प्रदेश भर में बैठकें कर पिछड़े व अति पिछड़े वर्ग को पार्टी से जोड़ेंगे पूर्व सांसद कानपुर से हुई बैठक की शुरुआत।

By AbhishekEdited By: Updated: Sat, 28 Dec 2019 09:58 AM (IST)
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'जाति छोड़ो-जमात जोड़ो' नारे के साथ पिछड़ों को जोडऩे में जुटी कांग्रेस, राजाराम पाल को दी गई कमान Kanpur News
कानपुर, जेएनएन। सूबाई सियासत में लंबे समय से हाशिये पर पड़ी कांग्रेस मुख्य लड़ाई में आने के लिए अब पिछड़े व अति पिछड़े वर्ग का साथ चाह रही है। पार्टी महासचिव प्रियंका वाड्रा ने अकबरपुर के पूर्व सांसद राजाराम पाल को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने 'जाति छोड़ो-जमात जोड़ो' नारे के साथ अभियान शुरू कर दिया है।

18 दिन तक अलग-अलग मंडलों की यात्राएं

पूर्व सांसद ने 18 दिन तक अलग-अलग मंडलों में यात्राएं तय की हैं। गुरुवार को तिलक हाल में हुई पहली बैठक में मंडल के पिछड़े वर्ग के नेता बुलाए गए थे। बैठक में पूर्व सांसद ने कहा कि पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग ही प्रदेश की सत्ता तय करता है। सपा, बसपा से लेकर भाजपा तक की सरकारें इसी वर्ग के वोट से बनी हैं लेकिन कभी महत्व नहीं मिला। भाजपा ने सांसद-विधायक तो बनाए लेकिन वहां लोकतंत्र न होने से लोग उपेक्षित हैं।

प्रियंका को देंगे रिपोर्ट, फिर सभी जिलों में चलेगा अभियान

उन्होंने पदाधिकारियों व वरिष्ठ नेताओं से कहा, पूरे प्रदेश में संदेश पहुंचाएं कि कांग्रेस ने पिछड़ों के लिए हाथ बढ़ा दिया है। पिछड़े वर्ग को कांग्रेस से जोडऩे के लिए मंडलों में बैठकें करेंगे। फिर प्रियंका वाड्रा को रिपोर्ट देकर 75 जिलों में ऐसा ही अभियान चलाएंगे। इसके बाद लखनऊ के आंबेडकर मैदान में महारैली करेंगे। बैठक में पूर्व सांसद राकेश सचान, हरप्रकाश अग्निहोत्री, नरेशचंद्र त्रिपाठी, हीरालाल निषाद, आनंद वर्मा, केडी वर्मा, अरुण यादव, सियाराम पाल व बाबूराम सोनकर आदि शामिल थे।

पूर्व सांसद ने ये कहा

सभी दलों ने पिछड़े व अति पिछड़े वर्ग को उपेक्षित रखा है। हम यह बताएंगे कि प्रदेश संगठन में पिछड़े वर्ग को अहम जिम्मेदारी देकर कांग्रेस ने हाथ बढ़ाया है। जाति नहीं पूरी जमात को कांग्रेस का साथ देना चाहिए।

-राजाराम पाल, पूर्व सांसद 

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