जौनपुर में इमामबाड़ा व कब्रिस्तान को लेकर विवाद, 36 घंटे बाद दफन किया गया शव
जौनपुर में इमामबाड़ा और कब्रिस्तान की जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद खड़ा हो गया है। विवाद इतना बढ़ गया कि एक व्यक्ति के शव को दफनाने में 36 घंटे लग गए। प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और शव को गांव के सार्वजनिक कब्रिस्तान में दफनाया गया। हालांकि इस बीच एक पक्ष जिलाधिकारी के पास भी गया था।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। इमामबाड़ा व कब्रिस्तान की भूमि के विवाद में दो वर्ष पूर्व समझौता करने वाले वृद्ध का रविवार को निधन हो गया। इसके बाद मुस्लिमों के ही दो पक्षों के बीच फिर टकराव की नौबत आ गई। शिया मुसलमानों ने समझौते के अनुसार शव विवादित भूमि में दफन करने से रोक दिया।
प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के समझाने पर सोमवार को स्वजन गांव के सार्वजनिक कब्रिस्तान में शव दफनाने पर राजी हो गए। विवाद के चलते लगभग 36 घंटे बाद शव दफनाया जा सका। लंबे समय से बीमार बाजार निवासी 80 वर्षीय नखड़ू मियां का रविवार सुबह 10 बजे निधन हो गया था।
स्वजन शव उसी भूमि में दफनाना चाहते थे जिसे शिया मुसलमान इमामबाड़ा की भूमि का हिस्सा बता रहे थे। शिया वर्ग के लोगों ने शव दफनाने की इजाजत नहीं दी। दूसरी तरफ नखड़ू के स्वजन का कहना था कि कई दशक से इसी निजी कब्रिस्तान में उनके परिवार के लोगों के शव दफनाए जाते रहे हैं। लगभग दो वर्ष पूर्व नखड़ू की पत्नी का शव भी काफी विवाद के बाद इसी कब्रिस्तान में दफनाया गया था। उस समय भी शिया पक्ष के लोग भूमि को इमामबाड़ा का हिस्सा बताते हुए रोक रहे थे।
सोमवार को पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने नखड़ू मियां के स्वजन समझाया कि जब उन्होंने खुद दो वर्ष पूर्व स्टांप पर लिखकर दे दिए थे कि भविष्य में शव उक्त विवादित स्थान पर दफन नहीं करेंगे तो जिद छोड़ दें। नखड़ू मियां के स्वजन जिलाधिकारी के यहां भी गए, लेकिन यही जवाब मिला। दोपहर में एसडीएम व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक के प्रयास के बाद स्वजन ने गांव के सार्वजनिक कब्रिस्तान में शव दफन किया।
नीम हकीम पर लगाया शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप
वहीं जौनपुर का ही एक और मामला सामने आया है, जिसमें केराकत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती ने एक नीम हकीम पर शादी का झांसा देकर कई माह से यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने कोतवाली में दो दिन पूर्व लिखित शिकायत की है। हालांकि पुलिस ऐसा कोई भी प्रार्थना पत्र मिलने से इनकार कर रही है।पीड़िता के अनुसार पडोसी गांव का नीम हकीम उसके गांव में क्लीनिक चलाता है। दवा कराने के लिए वह क्लीनिक पर आती-जाती थी। आरोप लगाया कि इसी दौरान नीम हकीम ने शादी का झांसा देकर कई माह तक उसका यौन शोषण करता रहा। उसके शादी के लिए दबाव बनाने पर इनकार कर दिया। पीड़िता के अनुसार आरोपित नीम हकीम शादीशुदा और एक बच्चे का पिता है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अवनीश कुमार राय से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किसी पीड़िता का ऐसा कोई प्रार्थना पत्र नहीं मिला है। मिलने पर आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
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