हैलट अस्पताल में तड़पते युवक का Video Viral कर बताया Covid-19 का संदिग्ध, जानें-क्या है सच
हैलट के प्रमुख अधीक्षक ने फर्जी वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ स्वरूप नगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई है।
By AbhishekEdited By: Updated: Tue, 31 Mar 2020 05:45 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ शासन और प्रशासन पूरी तरह सख्त है। केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से भी कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी तरह की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी किया जा चुका है। शहर में मंगलवार को एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें तड़पते एक युवक को कोविड-19 का संदिग्ध बताकर अफवाह फैला दी गई। इस फर्जी वीडियो के वायरल होने के बाद हैलट अस्पताल प्रशासन ने स्वरूप नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस वीडियो वायरल करने वाले की तलाश कर रही है।
कानपुर देहात के युवक को पड़ा था मिर्गी का दौराहैलट परिसर के मेटरनिटी विंग स्थित कोविड-19 हॉस्पिटल के फ्लू ओपीडी के बाहर सोमवार की दोपहर कानपुर देहात निवासी एक युवक को मिर्गी का दौरा पड़ गया। इसपर स्वजन उसे संभाल रहे थे, इस बीच किसी ने ओपीडी के बाहर उसका तड़पता हुआ वीडियो बना लिया। इसके बाद उसे वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए कोविड-19 का संदिग्ध मरीज बताते हुए अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया था। यह वीडियो मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो शासन गंभीर हो गया और जिलाधिकारी ने भी मामले में गंभीरता दिखाई।
हैलट अस्पताल पहुंचे जिलाधिकारीसोमवार देर रात जिलाधिकरी डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी हैलट पहुंच गए। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी, प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या समेत सभी जिम्मेदारों को तलब करके पूछताछ की। कोविड-19 हॉस्पिटल और इमरजेंसी की सेवाओं का जायजा लिया। इमरजेंसी के कागजात चेक करने के बाद सीसीटीवी फुटेज भी देखी। हकीकत सामने आने पर डीएम ने प्राचार्य और प्रमुख अधीक्षक को गलत तरह से वीडियो वायरल करके अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए। प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या ने बताया कि वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ स्वरूप नगर थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।