Dedicated freight corridor पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर पूरी तरह से खोल दिया जाएगा
भाऊपुर से खुर्जा के बीच डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर को तीन चरणों में पूरा किया गया था। 400 किमी लंबे इस ट्रैक में भदान से खुर्जा का रूट पहले ही बनकर तैयार हो गया था जबकि भाऊपुर से भदान तक इसे शुरू करने में कई बार समस्याएं आयीं।
कानपुर, जेएनएन। भाऊपुर से खुर्जा के बीच डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर बनकर पूरी तरह से तैयार है और इस पर मालगाड़ी भी 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही हैं। ऐसे में अब इसके औपचारिक उद्घाटन की जरुरत रह गई है। यह डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर पूरी तरह से खोल दिया जाएगा जिसके बाद डीएफसी इस रूट पर दौडऩे वाली ट्रेनों का किराया लेगा। अभी डीएफसी किराया नहीं ले रहा है।
भाऊपुर से खुर्जा के बीच डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर को तीन चरणों में पूरा किया गया था। 400 किमी लंबे इस ट्रैक में भदान से खुर्जा का रूट पहले ही बनकर तैयार हो गया था जबकि भाऊपुर से भदान तक इसे शुरू करने में कई बार समस्याएं आयीं। हालांकि बीते सप्ताह सभी समस्याओं को दूर कर ट्रैक को खोल दिया गया। इस ट्रैक पर मालगाड़ी खुर्जा तक भेजी जा रही हैं। अधिकारी बताते हैं कि औपचारिक शुरूआत होनी बाकी है। तब तक इस ट्रैक से गुजरने वाली ट्रेनों का कोई किराया डीएफसी नहीं लेगा।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिवस के अवसर पर यह औपचारिक शुरूआत भी कर दी जाएगी। अफसर बताते हैं कि इस फ्रेट कॉरीडोर को पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर ही करने का प्रस्ताव है हालांकि अभी इस पर मुहर नहीं लगी है। अधिकारियों के मुताबिक हर दिन इस रूट से कई मालगाडिय़ां गुजारी जा रही हैं। एक माह में करीब ढाई सौ मालगाडिय़ां इस रूट पर चलेगी। बता दें भाऊपुर तक मालगाड़ी को रेलवे के ट्रैक पर लाया जाएगा। यहां से खुर्जा तक मालगाड़ी डीएफसी के ट्रैक पर दौड़ेंगी और खुर्जा से फिर रेलवे के ट्रैक पर मालगाडिय़ों को भेज दिया जाएगा।