कानपुर में फैला नामचीन ब्रांड की नकली दवा का कारोबार, बड़े पैमाने पर हो रही थी धोखाधड़ी; ऐसे हुआ बेनकाब
पूरे कानपुर शहर में फैले नकली दवाओं का भंडाफोड़। मशहूर ब्रांड के नाम पर नकली दवाएं बेची जा रही थीं। सूचना मिलने पर ड्रग विभाग ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान 15 दवाओं के सैंपल जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजे गए। काइमोरल फोर्ट मोनटेर एसिलाक दवाओं की प्राथमिक जांच करने में वो खड़िया मिट्टी की तरह दिखीं। जानिए पूरी खबर।
जागरण संवाददाता, कानपुर। नामचीन ब्रांड के नाम पर नकली दवा का कारोबार करने वालों की तलाश में ड्रग विभाग छापेमारी कर रहा है। बीते गुरुवार को बिरहाना रोड के थोक दवा कारोबारी के यहां हुई छापेमारी में बड़ी मात्रा में गैस और एलर्जी की दवाएं मिली थीं।
जांच में दो दवाएं नकली और तीन अधोमानक निकलीं। वहीं, काइमोरल फोर्ट, मोनटेर, एसिलाक दवाओं की प्राथमिक जांच करने में वो खड़िया मिट्टी की तरह दिखीं।
पनकी स्थित अवैध रूप से संचालित लाइफलाइन फार्मेसी में दो लाख रुपये की दवाएं जब्त कर 15 के सैंपल जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजे गए। न्यू गगन मेडिकल स्टोर नजीराबाद की दवाएं सील कर उसका लाइसेंस निरस्त किया गया।
बाजार में बिक रही थीं नामी ब्रांड की नकली दवाई
ड्रग इंस्पेक्टर रेखा सचान ने बताया कि नकली दवा की जानकारी होने पर थोक बाजार में छापेमारी की गई। इसमें नामी ब्रांड की कई नकली दवाएं बाजार में बिक रही थीं, जिनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
जांच में मानक विहीन निकली जीरोडाल एसपी और मांटेयर एलसी में साल्ट की मात्रा बहुत कम मिली है। जहां-जहां से दवाओं में गड़बड़ी मिली है, उस स्टोर के संचालक को नोटिस जारी किया गया है। जल्द ही विभाग की ओर से नकली दवा में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा कराया जाएगा।
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शहर के संदिग्ध स्टोरों पर होगी छापेमारी
उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में जहां से भी नकली दवाएं मिली है, वे दवा खरीदने के सही स्थान के बारे में नहीं बता पाए हैं। लखनऊ के एक स्थान से दवा आने की जानकारी प्राप्त हुई थी, जो गलत साबित हुई। अब कई टीमें लगाकर शहर के संदिग्ध स्टोर पर छापेमारी कर वहां बिक रहीं नकली दवाओं को जब्त किया जाएगा। जो भी इसमें शामिल होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जीटी रोड में गोल चौराहे से रामदेवी तक भरे गए गड्ढे
इसके अलावा कानपुर शहर में लोक निर्माण विभाग एनएच जीटी रोड में गड्ढे भरने के लिए दो दिनों से अभियान चला रहा है। बीते गुरुवार रात अफीम कोठी, टाटमिल चौराहा, सीओडी पुल के साथ ही रामादेवी चौराहे तक बड़े गड्ढों को भरा गया।
पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों ने बताया कि जीटी रोड में गोल चौराहे से रामादेवी तक पैचवर्क करा दिया गया है। आइआइटी से गोल चौराहे तक पैचवर्क कराने का काम अभी जारी है। वर्षा के कारण जीटी रोड पर बीते एक माह से राहगीर सड़क के गड्ढों से परेशान थे।
एनएच के इंजीनियरों को फटकार
दैनिक जागरण लगातार इन गड्ढों का मुद्दा उठा रहा था। जिसके बाद डीएम राकेश कुमार सिंह ने पीडब्ल्यूडी व राजस्व विभाग के अफसरों की संयुक्त टीम गठित कर निरीक्षण कराया था। टीम ने जीटी रोड में पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट दी तो पीडब्ल्यूडी एनएच के इंजीनियरों को फटकार लगा तत्काल गड्ढे भरने के निर्देश दिए थे।
पीडब्ल्यूडी एनएच के अवर अभियंता अभिषेक सिंह ने बताया कि लगभग 10 किमी रोड के गड्ढे भर दिए गए हैं। गोल चौराहे से आइआइटी तक गड्ढे भरने का काम किया जा रहा है।
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