Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

कानपुर में करोड़ों की शत्रु संपत्तियों पर बने कब्रिस्तान और फ्लैट, अब सरकार तैयार कर रही ब्योरा; हो सकती है नीलामी

Kanpur News देश छोड़कर पाकिस्तान व बांग्लादेश में रहने वालों की करोड़ों रुपये की शत्रु संपत्तियों पर अब कब्रिस्तान संचालित हैं फ्लैट बन गए हैं। कुछ का रिहायशी परिसर के रूप में प्रयोग हो रहा है। इन संपत्तियों को लेकर भारत सरकार संजीदा है। पिछले दिनों शिकायत के बाद आबिद रहमान व आमना खातून की संपत्तियों की जांच करने गृह मंत्रालय की टीम शहर आई थी।

By shiva awasthi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 02 Apr 2024 02:55 PM (IST)
Hero Image
करोड़ों की शत्रु संपत्तियां, संचालित कब्रिस्तान और बने फ्लैट

जागरण संवाददाता, कानपुर। देश छोड़कर पाकिस्तान व बांग्लादेश में रहने वालों की करोड़ों रुपये की शत्रु संपत्तियों पर अब कब्रिस्तान संचालित हैं, फ्लैट बन गए हैं। कुछ का रिहायशी परिसर के रूप में प्रयोग हो रहा है। इन संपत्तियों को लेकर भारत सरकार संजीदा है। पिछले दिनों शिकायत के बाद आबिद रहमान व आमना खातून की संपत्तियों की जांच करने गृह मंत्रालय की टीम शहर आई थी। टीम की रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई होगी।

वहीं, इन संपत्तियों के किरायेदारों का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। भविष्य में कुछ की नीलामी भी संभव है। जिले में 12 संपत्तियों को अब तक शत्रु संपत्ति घोषित करने के साथ पाक नागरिक शाहिद हलीम की 13 संपत्तियों पर कार्रवाई चल रही है।

शाहिद की संपत्तियों के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी जानकारी मांगी थी। नौ संपत्तियों का मूल्यांकन भी कराया जा चुका है। इनमें चार संपत्तियां पाक नागरिक एस हुमायूं नजर की हैं, जिनमें जाजमऊ की पायनियर टेनरीज, उसका रिहायशी परिसर, हीरामन का पुरवा रिहायशी परिसर व गोकुल अपार्टमेंट का फ्लैट शामिल है। तीन संपत्तियां पाक नागरिक तज्जमल हुसैन की हैं, जो ग्वालटोली में हैं। दो संपत्तियां घाटमपुर में हैं, जो नवाब पुत्र पीरा के नाम हैं।

अभिरक्षक के निर्देश पर इन संपत्तियों की कीमत का आकलन जून 2022 में कराया गया था। यह सभी संपत्तियां अभिरक्षक के नाम पर दर्ज हो चुकी हैं। हुमायूं की जाजमऊ व हीरामन का पुरवा स्थित टेनरीज व अपार्टमेंट समेत चारों संपत्तियों की कीमत 50 करोड़ रुपये से अधिक है। इसी तरह पाक नागरिक तज्जमल हुसैन की ग्वालटोली स्थित तीनों संपत्तियों की कीमत लगभग साढ़े छह करोड़ रुपये आंकी गई है।

घाटमपुर के भदरस गांव में नवाब के नाम पर दो जगह जमीनें हैं। इनमें नवाब के साथ 32 सह खातेदार हैं। इनकी कीमत लगभग 30 लाख रुपये है, जहां एक में कब्रिस्तान संचालित हो रहा है। जिला प्रशासन ने जुलाई 2022 में कंघी मोहाल स्थित भवन को शत्रु संपत्ति घोषित किया है।

बेकनगंज स्थित राम जानकी मंदिर ट्रस्ट व नाला रोड स्थित दारुल मौला के संबंध में कार्रवाई के लिए अपनी समस्त रिपोर्ट के साथ फाइल अभिरक्षक को भेज दी थी। जनवरी 2023 को इन्हें शत्रु संपत्ति घोषित करने के निर्देश दिए गए थे। राम जानकी मंदिर परिसर में ही बाबा स्वीट यानी बाबा बिरयानी समेत सभी छह दुकानों को सील किया गया था। बाकी जगह भी कार्रवाई चल रही है।

शत्रु संपत्तियों को लेकर गृह मंत्रालय की टीम ने रिपोर्ट बनाई है। टीम सीधे सरकार को रिपोर्ट देगी। बाकी शत्रु संपत्तियों को लेकर भी लगातार निगाह रखी जा रही है। -डा. राजेश कुमार, अपर जिलाधिकारी नगर।

इसे भी पढ़ें: पीलीभीत में रोमांचक हुआ मुकाबला, बसपा ने उतारा मुस्लिम उम्मीदवार; कभी मेनका-वरुण गांधी का इस सीट पर था वर्चस्व

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर