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क्या है कानपुर का ‘दृश्यम’ कांड? महिला को मारकर DM आवास के पास गाड़ दिया शव; 124 दिन बाद ऐसे खुला राज

कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसे कानपुर का दृश्यम कांड कहा जा रहा है। एक महिला की हत्या कर उसके शव को डीएम आवास के ठीक बगल में गाड़ दिया गया। 25 दिनों तक पुलिस इस मामले को सुलझाने में नाकाम रही लेकिन आखिरकार जिम ट्रेनर विमल सोनी के बयानों के आधार पर पुलिस ने शव बरामद कर लिया।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 27 Oct 2024 01:39 PM (IST)
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जिलाधिकारी आवास की दीवार के ठीक बगल में हत्या कर दबाया गया महिला का शव खोदाई के दौरान मिला। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। बालीवुड फिल्म दृश्यम का वह दृश्य याद कीजिए, जिसमें अभिनेता अजय देवगन ने पुलिस अधिकारी के बेटे का शव निर्माणाधीन पुलिस स्टेशन में ही गाड़ दिया था। पुलिस उसे पूरे शहर में तलाश कर रही थी। कभी-कभी अति सुरक्षित क्षेत्र भी लापरवाही में असुरक्षित हो जाते हैं।

जिम ट्रेनर और लापता महिला की इस कहानी में यही हुआ। पुलिस जिम ट्रेनर को चार महीने से तलाश कर रही थी और वह उसने महिला की हत्या करके शव डीएम आवास के ठीक बगल में गाड़ दिया। दरअसल, वह कई अधिकारियों को भी जिम की ट्रेनिंग देता था, इसी वजह से उसकी पहुंच इतनी सुरक्षित जगह में भी आसानी से थी।

बड़ा सवाल यह है कि शव वहां तक कैसे पहुंचा और किसी की नजर उस पर कैसे नहीं पहुंची। जिम ट्रेनर विमल सोनी के बयानों के आधार पर पुलिस डीएम आवास कंपाउंड पहुंची। डीएम आवास के मुख्य गेट के ठीक बगल में स्थित दीवार के किनारे आफीसर्स क्लब की जमीन पर करीब छह सात फीट नीचे पुलिस को शव बरामद हुआ। यह वह स्थान है, जहां 24 घंटे पुलिस तैनात रहती है। सवाल यह है कि आखिर विमल ने कैसे इतना गहरा गड्ढा खोद शव उसमें गाड़ा होगा।

पुलिस को खूब छकाया

पुलिस के ही सूत्रों के मुताबिक जिम ट्रेनर विमल लगातार अपने बयान बदल रहा है। कभी वह हत्या का दावा करता है, तो कभी महिला के बारे में किसी भी जानकारी से मना कर देता है। उसने पुलिस को गंगा बैराज से जाजमऊ तक भी खूब छकाया। पुलिस शव की तलाश में इधर उधर भटकती रही और चार माह से लापता महिला का सुराग तक नहीं मिल पाया।

जिलाधिकारी आवास की दीवार (दाएं) के ठीक बगल में हत्या कर दबाया गया महिला का शव खोदाई के दौरान मिलाl जागरण

जिम ट्रेनर की बरामद कार से ही हो गई थी अनहोनी की आशंका

जिम ट्रेनर द्वारा महिला के अपहरण की घटना को पुलिस ने शुरूआत से ही बेहद लापरवाह ढंग से लिया। अधिकारी से लेकर कोतवाली पुलिस यही दावा करते रहे कि महिला अपनी इच्छा से जिम ट्रेनर के साथ गई है, लेकिन पीड़ित परिवार महिला को अगवा करने और उसकी पैसों व जेवर के लालच में हत्या करने की आशंका जताता रहा।

लापता होने के दूसरे दिन जिस ट्रेनर की बरामद कार से भी इसका अंदाजा हो गया था, पर पुलिस लापरवाह ही बनी रही। महिला 24 जून को लापता हुई थी। परिवार ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी तो दूसरे दिन जिम ट्रेनर की कार कोतवाली क्षेत्र में ही बरामद कर ली गई। जिम ट्रेनर के पास शोएब नाम के युवक की कार थी।

कार में ही की गई महिला की हत्या

पुलिस को कार में रस्सी, टूटा क्लेचर, तौलिया, सिम ट्रे समेत अन्य सामान बरामद हुए था। टूटा क्लेचर मिलने से आशंका जताई जा रही है थी कि महिला के साथ अनहोनी हो गई है। परिवार दावा कर रहा था कि जिम ट्रेनर ने महिला को बहकाया है, क्योंकि महिला घर से अपने लाखों के जेवर लेकर गई है। उसके खाते में भी लाखों की रकम है। परिवार ने आरोप लगाया कि जिम ट्रेनर पैसों व जेवर के लालच में उसे नशा देकर अगवा कर ले गया है।

25 दिनों से जिम ट्रेनर की पीछा कर रही थी पुलिस

पुलिस सूत्रों के अनुसार परिवार वालों की सूचना के आधार पर पुलिस और पीड़ित परिवार 25 दिनों से जिम ट्रेनर का पीछा कर रहे थे। जिम ट्रेनर की लोकेशन करीब सात दिनों पहले पुलिस को मिली।

कुछ सूत्रों का कहना है कि सात दिनों से जिम ट्रेनर पुलिस को बरगला रहा था। हालांकि पुलिस की सख्ती के आगे वह शनिवार को टूटा और बताया कि हत्या के बाद उसने शव को गाड़ दिया है। शव बरामद भी हो गया है और परिवार ने उसकी शिनाख्त भी कर ली है।

दूसरे शहर से पकड़ने की चर्चा

कुछ सूत्रों का दावा है कि महिला के हत्यारोपित जिम ट्रेनर की गिरफ्तारी पुलिस ने किसी दूसरे जिले से की है। हालांकि पुलिस अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

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