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कानपुर में नजूल की जमीन पर कब्जे के मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अवनीश के सात करीबियों के घर पर छापे

Nazool Land Scam Case कानपुर में नजूल की एक हजार करोड़ की जमीन पर कब्जे के मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। जमीन पर कब्जेदारी को लेकर पुलिस ने प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के करीबियों के घर पर छापेमारी की और तलाशी ली। पुलिस का दावा है कि संदिग्धों के यहां से कुछ भी आपत्तिजनक बरामद नहीं हुआ।

By gaurav dixit Edited By: Abhishek Pandey Updated: Mon, 05 Aug 2024 07:35 AM (IST)
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अवनीश के सात करीबियों के घर छापे, दो को पूछताछ के लिए उठाया
जागरण संवाददाता, कानपुर। शहर के बीचों बीच सिविल लाइंस स्थित एक हजार करोड़ की कीमत वाली नजूल की जमीन पर कब्जेदारी को लेकर गिरफ्तार प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के करीबियों के घर पर रविवार को भी छापेमारी हुई। पुलिस ने प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री कुशाग्र पांडेय सहित सात करीबियों के घरों में छापेमारी की और तलाशी ली। पुलिस का दावा है कि संदिग्धों के यहां से कुछ भी आपत्तिजनक बरामद नहीं हुआ।

सिविल लाइंस में हडर्ड स्कूल के सामने खाली पड़े करीब 28 हजार वर्ग मीटर के भूखंड पर कब्जेदारी को लेकर पिछले रविवार को हंगामा हुआ था। सैमुअल गुरुदेव, हरेंद्र मसीह और इमेनुल सिंह इस जमीन के तीन पक्षकार हैं। मामला अदालत में भी विचाराधीन है।

गार्ड को बंधक बना जमीन पर कब्जा करने का आरोप

आरोप है कि हरेंद्र मसीह पक्ष ने मुख्यगेट पर तैनात गार्ड को बंधक बना लिया और जमीन पर कब्जे की कोशिश की। लेखपाल विपिन कुमार ने नजूल की जमीन पर कब्जेदारी का आरोप लगाते हुए 13 लोगों को नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ और जमीन पर कब्जेदार सैमुअल गुरुदेव की ओर से भी 12 लोगों को नामजद करते हुए गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने उक्त प्रकरण में प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को जेल भेजा है।

डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने रविवार को प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री कुशाग्र पांडेय के हरबंश मोहाल स्थित आवास पर छापा मारा। इसके अलावा मोती मोहाल निवासी रमन गुप्ता, तलाक महल निवासी फरहान, बेकनगंज निवासी रियाज, सिविल लाइन निवासी अभिनव शुक्ला, नई सड़क निवासी अली अब्बास और हरबंशमोहाल निवासी नौशाद के घरों पर छापेमारी की।

अली अब्बास के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमे

पुलिस रियाज और फरहान को हिरासत में लेकर कोतवाली भी लाई। इसमें से अली अब्बास के खिलाफ कई गंभीर मुकदमे हैं, जबकि अन्य अवनीश दीक्षित के साथ ही पत्रकारिता करते थे। अली अब्बास कोतवाली में दर्ज मुकदमों में नामजद आरोपित भी है।

डीसीपी के मुताबिक इन सभी के यहां से कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला, जिसके बाद हिरासत में लिए गए दोनों संदिग्धों को भी छोड़ दिया गया। डीसीपी के मुताबिक फरार आरोपितों के छिपे होने, डीवीआर की तलाश, जमीन संबंधी दस्तावेजों की तलाश में यह छापेमारी हुई। इसमें एसीपी कलक्टरगंज, एसीपी चकेरी के साथ ही कलक्टरगंज, मूलगंज, हरबंशमोहाल, फीलखाना, काकादेव और बादशाही नाका के थाना प्रभारी शामिल थे।

पूछा था, दारोगा को थप्पड़ मारो तो कौन सी धारा लगेगी

डीसीपी ने बताया कि नौशाद पत्रकारिता की आड़ में गैर कानूनी धंधों में लिप्त है। नया कानून बनने के बाद उसका एक बयान काफी प्रचलित हुआ था, जिसमें उसने सार्वजनिक रूप से पूछा था कि दारोगा को थप्पड़ मारो तो कौन सी धारा लगेगी।

एनबीडब्ल्यू की तैयारी, नोटिस चस्पा

फरार आरोपितों के खिलाफ पुलिस गैरजमानती वारंट अदालत से लेगी और इसके बाद उन पर इनाम घोषित होगा। वहीं, दूसरी ओर मुख्य विवेचक इंस्पेक्टर कोतवाली संतोष कुमार शुक्ला ने फरार नामजद आरोपितों के घर नोटिस चस्पा की है।

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