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Kanpur Cardiology fire: हृदय रोग संस्थान में आइसीयू टेक्नीशियन की सजगता ने बचाई मरीजों की जान

कानपुर के कार्डियोलॉजी अस्पताल में फर्स्ट फ्लोर पर क्रिटिकल केयर यूनिट में महिला कर्मी ने सबसे पहले सुबह 730 बजे आग देखकर अन्य सह कर्मचारियों और अफसरों को समय रहते सूचना दी और बचाव कार्य में सभी सक्रिय हो गए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Sun, 28 Mar 2021 01:58 PM (IST)
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आग फैलने से पहले पता चलने से हुआ बचाव।
कानपुर, जेएनएन। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान के क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में आग फैलने से पहले जानकारी होने से बचाव कार्य समय से शुरू होने से कई जानें बच गईं। इसके पीछे सीसीयू में ड्यूटी पर तैनात कार्डियक आइसीयू टेक्नीशियन दीक्षा भट्ट की सजगता काम आई। उनकी सजगता से 143 मरीजों की जान बच सकी।

हृदय रोग संस्थान की बिल्डिंग पूरी एयरकंडिशनर है। रविवार सुबह 7.30 बजे सीसीयू में ड्यूटी कर रही दीक्षा ने सबसे पहले सीसीयू के स्टोर रूम से आग एवं धुआं उठते हुए देखा। तत्काल संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सूचित किया। चारो तरफ से शीशे लगे होने से धुआं तेजी से तीन मंजिला बिल्डिंग में चारो तरफ भरने लगा। जब आग लगी, उस समय संस्थान में 145 मरीज भर्ती थे। दीक्षा ने बिना समय गंवाएं सीसीयू में भर्ती मरीजों को अंदर से बाहर निकालना शुरू कर दिया। सबसे पहले दानिश नाम के मरीज को बाहर निकाला गया। वह पेस मेकर लगवाने के लिए भर्ती हुआ था।

सूचना पर सक्रिय हुए सभी कर्मचारी

हृदय रोग संस्थान के कर्मचारी आनन-फानन सक्रिय हो गए। धुआं भरने से घुटन होने लगी थी। तीमारदारों में भगदड़ मच गई थी। ऐसे में संस्थान के आगे पीछे लगे शीशी कर्मचारी तोड़ने में जुट गए। ताकि धुआं बाहर निकल सके। इस दौरान पहली और दूसरी मंजिल पर भर्ती मरीजों को रैंप से बाहर निकालना शुरू कर दिया गया।

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