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IIT कानपुर और GSVM मिलकर बनाएंगे मेडिकल डिवाइस, ब्रेन, स्पाइन व शरीर के नाजुक अंगों के लिए होगा निर्माण

आईआईटी कानपुर और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ने मिलकर ब्रेन स्पाइन और अन्य नाजुक अंगों के लिए मेडिकल डिवाइस बनाने का फैसला किया है। इस बैठक में देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञ भी शामिल हुए। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि अस्पताल में 18 जिलों से मरीज आते हैं और कई मामलों में मेडिकल डिवाइस की जरूरत पड़ती है।

By Ankush Kumar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Fri, 30 Aug 2024 11:34 AM (IST)
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IIT कानपुर और GSVM मिलकर बनाएंगे मेडिकल डिवाइस

जागरण संवाददाता, कानपुर। आइआइटी कानपुर और जीएसवीएम मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ मिलकर जल्द ब्रेन, स्पाइन और अन्य शरीर के नाजुक अंगों के लिए जरूरतमंद मेडिकल डिवाइस का निर्माण करेंगे। गुरुवार को आइआइटी में हुई बैठक में देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थान के साथ जीएसवीएम मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ भी शामिल हुए।

जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि अस्पताल में 18 जिलों से मरीज आते हैं। ऐसे में कई मामलों में मेडिकल डिवाइस की जरूरत पड़ती है। इसकी योजना पहले से ही हमारे यहां के विशेषज्ञों ने तैयार कर ली है। जिसे जल्द ही आइआइटी के सहयोग से पूरा कर गंभीर मरीजों को नया जीवन दिया जाएगा। बैठक में मेडिकल डिवाइस को स्टार्ट अप की मदद से बनाने की योजना पर भी मंथन किया गया।

मेडिकल कालेज में प्रवेश शुरू, पहले दिन नहीं पहुंचा कोई छात्र

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात। नवनिर्मित मेडिकल कालेज में एमबीबीएस पढ़ाई के लिए प्रथम चरण की काउंसिलिंग में सात छात्र छात्राएं प्रवेश के लिए आवंटित हुए हैं। गुरुवार से प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है लेकिन प्रथम दिन कोई भी छात्र छात्रा प्रवेश लेने नहीं आया।

नवीन भवन में प्रवेश टीम टेबलें सजाए पूरे दिन इंतजार करती रही। जिले में एमबीबीएस पढ़ाई के लिए गुरुवार से प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) की गाइड लाइन के अनुसार मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सज्जन लाल वर्मा के द्वारा प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रवेश समिति के सदस्यों को बैठने के लिए टेबलें डलवाने के साथ ही छात्र छात्राओं के लिए कुर्सियों सहित अन्य व्यवस्थाएं की है।

जिला अस्पताल में परिसर में नवनिर्मित भवन में सुबह 10 बजे से प्रवेश प्रक्रिया के तहत आवेदन पत्रों की जांच आदि को लेकर डा. अनुज शुक्ला, डा. शिवम ओमर, डा. सोनल के अलावा सहयोग के लिए डा. सूर्य प्रताप, डा. मोहित वर्मा, डा. कृष्ण मोहन सिंह, डा. अलंकृता त्रिपाठी, डा. शिवानी उपस्थित थीं।

प्राचार्य डा. सज्जन लाल वर्मा ने बताया कि तैयारी पूरी है प्रथम दिन कोई भी छात्र छात्रा प्रवेश लेने नहीं आया है। इस चरण की प्रवेश प्रक्रिया चार सितंबर तक चलेगी। प्रथम चरण में आल इंडिया काउंसिलिंग हुई है अधिकतर छात्र-छात्राएं अपने नजदीक के कालेजों का चयन करना पसंद करते हैं। पांच सितंबर से राज्य स्तरीय काउंसिलिंग शुरू होगी जिसमें अधिक संख्या में छात्रों के आने की उम्मीद है।

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