राशनकार्ड धारकों में लगातार बढ़ रही नाराजगी, बिना राशन के लौट रहे लोग; आ रही ये परेशानी
राशन वितरण के लिए आई फोर जी तकनीक की नई ई-पोस मशीनें काम नहीं कर रही हैं। इसको लेकर राशन कार्डधारकों में नाराजगी है। लोगों को बिना राशन लिए लौटना पड़ा। कोटेदारों ने इसकी शिकायत आपूर्ति विभाग से की है। इसके साथ ही खाद्य आयुक्त को समस्या का समाधान कराने के लिए पत्र भी भेजा है। अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर। राशन वितरण के लिए आई फोर जी तकनीक की नई ई-पोस मशीनें काम नहीं कर रही हैं। इसको लेकर राशन कार्डधारकों में नाराजगी है। लोगों को बिना राशन लिए लौटना पड़ा। कोटेदारों ने इसकी शिकायत आपूर्ति विभाग से की है। इसके साथ ही खाद्य आयुक्त को समस्या का समाधान कराने के लिए पत्र भी भेजा है। अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। ऐसे में हजारों परिवार निश्शुल्क राशन से वंचित रह सकते हैं।
जिले में आठ लाख परिवार राशन कार्ड के माध्यम से निश्शुल्क राशन ले रहे हैं। इनको टू-जी तकनीक वाली ई-पोस मशीनों तथा पुराने कांटों से राशन वितरण किया जा रहा था। पुरानी ई-पोस मशीनों के अकसर खराब होने, सर्वर डाउन होने समस्या बनी रहती थी, इसकी वजह से राशन वितरण में परेशानी हो रही थी।
कार्डधारकों की शिकायतें भी पहुंच रही थीं कि कोटेदार उनको राशन कम दे रहा है। शासन स्तर पर समस्याएं पहुंचने के बाद सभी कोटेदारों को फोर-जी तकनीक की नई ई-पोस मशीनें देने के साथ ई-कांटे (ई-वेइंग मशीन) देने का निर्णय लिया गया। जिले में 1375 फोर जी कनेक्टिविटी वाली ई-पोस मशीनें व ई-कांटे भेजे गए। नई ई-पोस मशीनों से राशन वितरण के दौरान ब्योरा दर्ज नहीं हो पा रहा है।
ऑल इंडिया फेयर प्राइज शाप डीलर्स फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि नई ई-पोस मशीनों में ब्योरा दर्ज करते समय अंग्रेजी भाषा में इंप्रापर रिस्पांस, आधार आथेंटिकेशन स्टेटस फेल आदि लिखकर आ रहा है। इसकी वजह से राशन वितरण नहीं हो पा रहा है। यह समस्या अधिकांश कोटेदारों के साथ बनी हुई है। दुकानों पर राशनकार्ड धारकों की लाइन लग रही है।
मशीनों की वजह से राशन वितरण न होने पर हंगामे की स्थिति बनी हुई है। इस समस्या से जिलापूर्ति अधिकारी को अवगत कराया जा चुका है। आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग से मशीनों की जांच कराने तथा त्रुटि दूर करने की मांग की गई है।
नई मशीनों में समस्या आने की शिकायत मिली है। इससे मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है। नेशनल इंफारमेटिक्स सेंटर से इस समस्या का समाधान कराया जा रहा है।
-राकेश कुमार, जिलापूर्ति अधिकारी