अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए स्वदेशी पैराशूट बनाएगा भारत, इन खूबियों से होगा लैस; इन तीन देशों के पास है यह उपलब्धि
रक्षा मंत्रालय के डीपीएसयू की कंपनी ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल) कानपुर की उत्पादन इकाई फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित आयुध उपस्कर निर्माणी को विशेष पैराशूट बनाने का आर्डर मिला है। डीआरडीओ की इकाई हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) द्वारा दी गई डिजाइन के आधार पर ओईएफ हजरतपुर में उत्पादन कार्य शुरू कर दिया गया है। यह पैराशूट इन खासियतों से लैस होगा।
विवेक मिश्र, कानपुर। अमेरिका, रूस व चीन के बाद जल्द ही भारत ऐसा देश होगा जो अपने अंतरिक्ष यात्रियों को स्वदेशी पैराशूट से लैस करके गगनयान मिशन में भेजेगा। पूरी दुनिया को इससे आत्मनिर्भर भारत का दम भी दिखेगा। इस वर्ष के अंत में या नए वर्ष की शुरुआत में इसरो मिशन को लांच करने की तैयारी है।
अंतरिक्ष यात्रियों को सकुशल वापस लाने के लिए विशेष गगनयान स्पेस री-एंट्री पैराशूट सै लैस किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के डीपीएसयू की कंपनी ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल) कानपुर की उत्पादन इकाई फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित आयुध उपस्कर निर्माणी को विशेष पैराशूट बनाने का आर्डर मिला है।
डिजाइन के आधार पर उत्पादन कार्य शुरू
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की इकाई हवाई वितरण अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) द्वारा दी गई डिजाइन के आधार पर ओईएफ हजरतपुर में उत्पादन कार्य शुरू कर दिया गया है। यह पैराशूट सिस्टम अग्निरोधक, मजबूत नायलोन टेक्सटाइल और मजबूत टेप सहित अन्य खासियत से लैस होगा। कम वजन का पैराशूट चार तरह के पैक में होगा।यात्री आपातस्थिति में पैराशूट सिस्टम का उपयोग कर सकेंगे। टीसीएल कंपनी और डीआरडीओ की अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त लैब में सैंपल के रूप में एक पैराशूट का सफल परीक्षण हो चुका है। अब ओईएफ के अधिकारी चार पैराशूट सिस्टम बनाकर डीआरडीओ को देंगे।
कैप्सूल में रहेंगे गगनयान यात्री
तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए चयनित ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, अंगद प्रताप, अजीत कृष्णन, विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला मिशन के दौरान जमीन से करीब 400 किमी की ऊंचाई पर धरती के चारों तरफ निचली कक्षा के चक्कर लगाएंगे। वे क्रू माड्यूल यानी एक तरह के कैप्सूल में रहेंगे। जब मिशन पूरा हो जाएगा तो उन्हें इस माड्यूल को सुरक्षित समुद्र में उतारना है। यदि कोई तकनीकी दिक्कत आती है तो वे विशेष पैराशूट सिस्टम को खोलकर जमीन में सुरक्षित आ सकेंगे।टीसीएल कंपनी सीएमडी विजय कुमार तिवारी के अनुसार, भारत के अहम प्रोजेक्ट गगनयान मिशन में टीसीएल कंपनी की ओईएफ हजरतपुर विशेष पैराशूट बनाकर अपनी अहम भूमिका निभाएगा। कंपनी व निर्माणी के लिए ये आर्डर मिलना बड़ी उपलब्धि है।हजरतपुर ओईएफ महाप्रबंधक अमित सिंह का कहना है कि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए विशेष पैराशूट सिस्टम बनाने का डिजाइन एडीआरडीई ने दिया। एडीआरडीई ने पैराशूट को सभी मानकों पर खरा पाने के बाद चार पैराशूट सिस्टम बनाने का आर्डर दिया है।
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