ISC Toppers 2024: आइएससी बोर्ड परीक्षा परिणाम में छाए कानपुर के मेधावी, प्रतिष्ठा बनीं टॉपर
ISC Kanpur Toppers 2024 आइएससी बोर्ड की 12वीं के परीक्षा परिणाम में शहर के मेधावियों ने सराहनीय प्रदर्शन किया है। द चिंटल्स स्कूल रतनलाल नगर की छात्रा प्रतिष्ठा सचान ने 99 प्रतिशत अंक हासिल कर शहर में टाप किया है। प्रतिष्ठा के पिता क्रांति कुमार और मां मनीषा सचान सरकारी टीचर है। जो फतेहपुर जिले में तैनात हैं ।
जागरण संवाददाता, कानपुर। आइएससी बोर्ड की 12वीं के परीक्षा परिणाम में शहर के मेधावियों ने सराहनीय प्रदर्शन किया है। द चिंटल्स स्कूल, रतनलाल नगर की छात्रा प्रतिष्ठा सचान ने 99 प्रतिशत अंक हासिल कर शहर में टाप किया है। प्रतिष्ठा के पिता क्रांति कुमार और मां मनीषा सचान सरकारी टीचर है। जो फतेहपुर जिले में तैनात हैं।
प्रतिष्ठा ने कहा कि मैं अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने स्कूल के शिक्षकों और माता-पिता को देती हूं, क्योंकि उन्होंने कभी भी पढ़ाई को लेकर मुझ पर दबाव महसूस नहीं होने दिया। प्रतिष्ठा ने कहा कि आइएएस बनने का सपना है। मेरे स्वजन गर्व महसूस करें। इसलिए मेरा बचपन से एक अधिकारी बनने का मन था। अब मुझे यूपीएससी की तैयारी करनी है। इंग्लिश में 100, फिजिक्स में 99, हिंदी में 99, बायो में 98, केमिस्ट्री में 97 अंक हासिल किए हैं।
चिकित्सक बनने का है लक्ष्य
द चिंटल्स स्कूल की छात्रा वैष्णवी सिंह ने 98.75 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शहर में दूसरा स्थान हासिल किया है। वैष्णवी सिंह के पिता अनिल कुमार सिंह आरपीएफ झांसी में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। मां सीता सिंह हाउसवाइफ हैं। भाई अभिषेक सिंह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है और बहन आकांक्षा निफ्ट की तैयारी कर रही है।
वैष्णवी सिंह
वैष्णवी सिंह ने बताया कि भाई अभिषेक ने 2016 में इसी स्कूल से टाप किया था। मेरा सपना है कि मैं चिकित्सक बनूं क्योंकि कोविड काल में जो परेशानियां लोगों ने झेली, उस समय उनका सबसे बड़ा सहारा डाक्टर ही थे। तभी से मैंने भी सोच लिया था कि मुझे डाक्टर बनना है। मेरे माता-पिता ने भी मुझे इस प्रोफेशन में जाने के लिए प्रोत्साहित किया है।इंग्लिश में 99, हिंदी में 99, फिजिक्स में 96, केमिस्ट्री में 96 बायो में 97 अंक मिले हैं। वैष्णवी ने कहा कि पढ़ाई में सेल्फ स्टडी सबसे महत्वपूर्ण होती है, जब तक आप खुद अपने मन से पढ़ाई नहीं करेंगे, तब तक कुछ नहीं हो सकता है। स्कूल और कोचिंग के भरोसे नहीं रहना चाहिए। आपका जितना मन करता हो, पढ़ाई हमेशा उतनी ही करनी चाहिए।
संचय ने कहा कि आइआइटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करके इंजीनियर बनना है, क्योंकि भविष्य में कंप्यूटर का ही जमाना आने वाला है। सब कुछ डिजिटल हो जाएगा। बहुत सी कुछ चीज बदल भी चुकी है, आगे इसी क्षेत्र में काम करना है।
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चिंटल्स स्कूल के छात्र संचय सचदेवा ने 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शहर में तीसरा स्थान हासिल किया है। संचय के पिता राकेश सचदेवा कपड़े का कारोबार करते हैं। मां मीनू सचदेवा हाउसवाइफ हैं और छोटा भाई हर्षित सक्सेना हाई स्कूल का छात्र है। संचय ने कहा कि रोजाना लक्ष्य तय करके पढ़ाई करें। सफलता जरूर हासिल होगी। संचय सचदेवासंचय ने कहा कि आइआइटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करके इंजीनियर बनना है, क्योंकि भविष्य में कंप्यूटर का ही जमाना आने वाला है। सब कुछ डिजिटल हो जाएगा। बहुत सी कुछ चीज बदल भी चुकी है, आगे इसी क्षेत्र में काम करना है।