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Israel Hamas War: इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध से कानपुर के कारोबारियों को हो रहा है करोड़ों का नुकसान, समझें कैसे

Israel Hamas War निर्यातकों के आर्डर रुकने लगे हैं। इजराइल के आसपास के देशों में स्थितियां बहुत तनावपूर्ण हैं इसलिए जो माल रवाना होना था उसे रोक लिया गया है। इसके साथ ही भुगतान की समस्या भी आ रही है। खासतौर पर मिस्र में संघर्ष के चलते वहां की करेंसी तेजी से गिरी है। वहां से बताया गया है कि स्थिति सुधरने पर भुगतान किए जाएंगे।

By rajeev saxenaEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Fri, 20 Oct 2023 05:50 PM (IST)
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Israel Hamas War: मध्य पूर्व के देशों से व्यापार खतरे में, निर्यात रुका, भुगतान अटके
Israel Hamas War जागरण संवाददाता, कानपुर। इजराइल और हमास के बीच चल रहे रहे संघर्ष (Israel Hamas War) की वजह से कानपुर से इजराइल के साथ ही मिस्र, जार्डन, कतर, ईरान, सीरिया को होने वाला निर्यात प्रभावित हो गया है।

इन देशों से नए आर्डर मिलना तो बंद हो ही गए हैं, जो पुराने आर्डर हैं, उनकी सप्लाई भी फिलहाल हवाई हमलों और पूरे क्षेत्र में बनी जबरदस्त तनाव की स्थिति को देखते हुए रोक दी गई है।

मिस्र को सामान निर्यात करने वालों के लिए एक समस्या यह भी है कि युद्ध के हालात के चलते वहां की करेंसी काफी तेजी से कमजोर हुई है, इसलिए आयातकों ने यह कह कर भुगतान रोक दिए हैं कि जब करेंसी थोड़ा सुधरेगी तब भुगतान करेंगे।

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मिडिल ईस्ट के देशों में कानपुर से काफी सामान निर्यात होता है। इजराइल में सेफ्टी शू, लेदर फुटवियर, रेड मीट जाता है तो मिस्र में मीट के अलावा लेदर, पशुओं के खाने की चीजें जाती हैं। क्षेत्र में सबसे ज्यादा निर्यात मिस्र में होता है।

जार्डन में भी लेदर और मीट का निर्यात किया जाता है। वहीं कतर में कृषि उत्पाद, परफ्यूम जाते हैं। ईरान और सीरिया दोनों ही कानपुर से कैटल फीड मंगाते हैं। इस संबंध में फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्ट फेडरेशन के उत्तर प्रदेश के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव के मुताबिक इजराइल व हमास के संघर्ष का प्रभाव नजर आने लगा है।

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निर्यातकों के आर्डर रुकने लगे हैं। इजराइल के आसपास के इन देशों में स्थितियां बहुत तनावपूर्ण हैं, इसलिए जो माल रवाना होना था, उसे रोक लिया गया है। इसके साथ ही भुगतान की समस्या भी आ रही है।

खासतौर पर मिस्र में संघर्ष के चलते वहां की करेंसी तेजी से गिरी है। वहां से बताया गया है कि स्थिति सुधरने पर भुगतान किए जाएंगे।

कहां, कितना निर्यात होता है

देश
सालाना निर्यात
इजराइल 100 करोड़
मिस्र 300 करोड़
जार्डन 100 करोड़
कतर 200 करोड़
ईरान 50 करोड़
सीरिया 50 करोड़
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