जागरण विमर्श 2021 तीसरा सत्र : कृषि, ग्रामीण स्वास्थ्य एवं बेसहारा गोवंश के संरक्षण के प्रति सरकार संवेदनशील
बिंदकी विधानसभा क्षेत्र के विधायक करण सिंह पटेल ने कहा कि हम अपनी परंपरा व संस्कृति भूले तभी गड़बडिय़ां हुई हैं। सरकार मिट्टी की गुणवत्ता की जांच करा रही है। इसमें भूमि की उर्वरा शक्ति के बारे में अध्ययन कर आवश्यक तत्वों को बढ़ाया जा रहा है।
By Shaswat GuptaEdited By: Updated: Sat, 04 Dec 2021 12:33 AM (IST)
फतेहपुर, जागरण संवाददाता। गंगा-यमुना के बीच स्थित दोआबा की धरती सोना उगल रही है। अब जरूरत है इसकी उर्वराशक्ति को बढ़ाने और बचाए रखने की। किसान उन्नतशील खेती की ओर कदम बढ़ाएं। इससे विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए सरकार प्रभावी कदम उठा रही है। बड़े पैमाने पर बदलाव दिख रहे हैं। बेसहारा गोवंश के संरक्षण पर सरकार संवेदनशील है। हर व्यक्ति के जागरूक होने की जरूरत है। समाजसेवी भी इसके लिए आगे बढ़ें। यह बातें शुक्रवार को शहर के वीआइपी रोड स्थित रामाडियन होटल में जागरण विमर्श के तीसरे सत्र कृषि, ग्रामीण स्वास्थ्य एवं बेसहारा गोवंश विषय पर वक्ताओं ने रखी। नव सृजन की पटकथा लिखने की ललक जनप्रतिनिधियों के साथ प्रबुद्ध वर्ग में साफ दिखी।
जागरण विमर्श के इस सत्र की शुरुआत करते हुए खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप ङ्क्षसह उर्फ धुन्नी ङ्क्षसह ने जैविक खेती को विकास का आधार बताया। कहा कि रासायनिक उर्वरकों के लगातार इस्तेमाल से हमारे खेत आइसीयू में चले गए हैं। अब जरूरत गोधन का उपयोग करते हुए गोमूत्र व गोबर की खाद से भूमि की उर्वरा शक्ति को बचाने व बढ़ाने की है। गाय को अनादि काल से माता का दर्जा मिला है। गोमूत्र से हमारी खेती की हरियाली लौटेगी और खुशहाली आएगी। गोवंश संरक्षण पर उन्होंने कहा कि आम लोगों को गोपालन से जोडऩे के लिए एक गाय के साथ नौ सौ रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि सरकार दे रही है।
बिंदकी विधानसभा क्षेत्र के विधायक करण ङ्क्षसह पटेल ने कहा कि हम अपनी परंपरा व संस्कृति भूले, तभी गड़बडिय़ां हुई हैं। सरकार मिट्टी की गुणवत्ता की जांच करा रही है। इसमें भूमि की उर्वरा शक्ति के बारे में अध्ययन कर आवश्यक तत्वों को बढ़ाया जा रहा है। किसानों की उपज बढ़ रही है। उन्होंने कृषि के साथ ही साथ पशुपालन पर भी जोर दिया। चर्चा को आगे बढ़ाते हुए अयाह-शाह विधानसभा क्षेत्र के विधायक विकास गुप्त कहा कि पिछले साढ़े चार साल में प्रदेश में चार मेडिकल कालेज से बढ़कर 40 हो गए हैं। निश्चित ही इससे गरीबों को बेहतर इलाज की व्यवस्था की सरकारी मंशा उजागर हो रही है। उन्होंने क्षेत्र के असोथर, बहुआ आदि क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए उठाए कदमों की जानकारी दी।
भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष मिश्र ने कहा कि ब्लाक प्रमुख संघ का गठन कर क्षेत्रीय समस्याओं की जमीनी हकीकत समझने की सार्थक पहल की गई है। वहीं, संगठन प्रधान संघ का गठन कर गांव स्तर की समस्याओं के निदान के प्रति संजीदगी बरतेगा। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय की सोच को अंगीकार करते हुए समाज की अंतिम पायदान के व्यक्ति तक विकास की योजनाएं पहुंचाई जा रही हैं।
गन्ना और पिपरमेंट खरीदने के लिए खुलेंगे क्रय केंद्र : राज्यमंत्री
इस दौरान सभागार में बैठे प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने जनप्रतिनिधियों से सवाल दागे। व्यापारी नेता प्रदीप गर्ग के सवाल पर खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री ने कहा कि कोल्ड स्टोरेज की स्थापना के लिए सरकारी सब्सिडी देती है, वहीं सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क इन कोल्ड स्टोरेज में लिया जाता है। उन्होंने गन्ना व पिपरङ्क्षमट की खेती के लिए सरकारी क्रय केंद्रों के खोले जाने पर आश्वस्त किया। शिवचंद्र शुक्ल के कृषि विश्वविद्यालय खोले जाने की मांग पर राज्यमंत्री ने कहा कि जनपद में पांच स्थानों पर कृषि कल्याण केंद्र खोले गए हैं। थरियांव में एक केंद्र पहले से संचालित हैं, जो समय-समय पर खेती व बागवानी से संबंधित प्रशिक्षण देकर किसानों को उन्नतशील खेती के गुर सिखा रहे हैं। प्रगतिशील किसान भुवन भाष्कर द्विवेदी, नीरा बहन, युवा विकास समिति के ज्ञानेंद्र मिश्र के सवालों का जवाब जनप्रतिनधियों देकर जिज्ञासा शांत की।
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