कानपुर में हादसे का शिकार होने से बची जम्मू मेल, क्या रही वजह? वंदे भारत समेत कई ट्रेनें रोकी गईं
Kanpur News जम्मू मेल एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गई। कानपुर में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने के बाद जब ट्रेनें रोकी गई थीं तभी एक डिब्बे के पहिए में लगे साकर का नट-बोल्ट ढीला पाया गया। तुरंत मरम्मत के बाद ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया। इस दौरान वंदे भारत समेत कई ट्रेनों को रोका गया।
संवाद सहयोगी, महाराजपुर। दिल्ली - हावड़ा रेल मार्ग पर कानपुर में रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने के थोड़ी देर बाद ही जम्मू मेल हादसाग्रस्त होते- होते बची। कानपुर से प्रयागराज की तरफ जाते समय प्रेमपुर स्टेशन के पास ही अचानक एक बोगी के पहिए में लगे साकर का नट -बोल्ट खुल गया। जिससे एक डिब्बा उछलता चल रहा था। गनीमत रही कि ट्रैक की निगरानी कर रहे प्वाइंट मैन की नजर पड़ गई और बड़ी घटना होते होते बच गई।
कानपुर में प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास रविवार सुबह ट्रैक पर सिलेंडर रखा मिलने के बाद पुलिस, जीआरपी व आरपीएफ के अधिकारी जांच कर रहे थे। तभी सिग्नल न होने के चलते कानपुर से प्रयागराज की तरफ जा रही जम्मू मेल रुकी हुई थी। इसी दौरान ट्रैक के किनारे खड़े प्वाइंटमैन कमलेश की नजर एक डिब्बे पर पड़ी तो देखा कि पहिए के साकर का नट-बोल्ट खुला हुआ है।
उसने तुरंत अधिकारियों को जानकारी दी। रेलवे के इंजीनियर ने जांच की। इसके बाद मरम्मत हुई और लगभग आधा घंटे बाद आगे के लिए रवाना हो सकी। इस दौरान पीछे से आ रही वंदे भारत समेत कई ट्रेनों को रोका गया।जम्मू मेल को थोड़ा पीछे कर वंदे भारत को निकाला गया। थोड़ी देर बाद ट्रेनों का संचालन सुचारु रूप से चालू हो गया। आरपीएफ इंस्पेक्टर बीपी सिंह ने बताया कि साकर का नट ढीला हो गया था।इसे भी पढ़ें: SDM के पेशकार ने ली पचास हजार की रिश्वत, IAS रोशन जैकब ने कर दिया निलंबित; कई और अधिकारियों पर भी गिरी गाज
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