Janamshtami Celebration 2021: प्रकट हुए श्रीकृष्ण, कानपुर में इस्कान से जेके मंदिर तक गोपाल नाम की गूंज
Shree Krishna Janmashtami Celebration 2021 सोमवार मध्य रात्रि 12 बजते ही मंदिरों के साथ घर-घर नंदलाल के जयकारों की गूंज शुरू हो गई। मंत्रोच्चारण के बीच दूध दही शहद चंदन गंगाजल व औषधियों को शंख में भर राधा-माधव का अभिषेक कर प्रभु का जन्मोत्सव मनाया गया।
By Shaswat GuptaEdited By: Updated: Tue, 31 Aug 2021 12:05 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। Shree Krishna Janmashtami Celebration 2021 लल्ला की सुन कै मैं आई यशोदा मैया दे दो बधाई... नंद जू के अंगना में बज रही आज बधाई... तथा नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की... की गूंज के बीच भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मंदिरों व घरों में मनाया गया। घंटा, घडिय़ाल और शंखनाद के बीच वैदिक मंत्रोच्चारण संग कान्हा की महाआरती व पूजन किया गया। इस्कान मंदिर में 125 चांदी के कलशों से विशेष प्रकार के द्रव्यों से राधा-माधव का अभिषेक किया गया। वैदिक मंत्रों की गूंज और राधा-माधव के जयकारों ने वातावरण का भक्तिमय बना दिया।
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सोमवार मध्य रात्रि 12 बजते ही मंदिरों के साथ घर-घर नंदलाल के जयकारों की गूंज शुरू हो गई। मंत्रोच्चारण के बीच दूध, दही, शहद, चंदन, गंगाजल व औषधियों को शंख में भर राधा-माधव का अभिषेक कर प्रभु का जन्मोत्सव मनाया गया। इस्कान मंदिर, जेके मंदिर, रघुनाथ मंदिर, शिवाला मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, श्रीपंचमुखी हनुमान मंदिर, बाबा आनंदेश्वर मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। हालांकि कोरोना गाइडलाइन के चलते भक्त मंदिरों में भगवान का दर्शन पूजन नहीं कर सके।
राधा-माधव का 125 चांदी के कलशों से दिव्य अभिषेक: मैनावती मार्ग स्थित इस्कान मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के आयोजन का कानपुर इस्कान के सोशल पेज व यूट््यूब पर प्रसारण लाइव किया गया। मंदिर को लाइटों व विभिन्न रंगों के पुष्पों से सजाया गया। राधा-माधव को रत्नों से जडि़त वस्त्र पहनाकर काजल लगाया गया। राधा-माधव की मुस्कुराती प्रतिमा भक्तों पर कृपा बरसा रही थी। पुजारियों व संतों ने 125 चांदी के कलशों में दिव्य द्रव्यों से अभिषेक किया। जन्मोत्सव के बाद 1008 प्रकार के व्यंजन भगवान को अर्पित किए गए। हरे कृष्णा और संकीर्तन का मंचन किया गया। मंदिर के अध्यक्ष प्रेमहरिनाम दास, उपाध्यक्ष राधारंजन अग्रवाल, सचिव मुकेश पालीवाल, मीडिया प्रभारी कूर्मावतार दास उपस्थित रहे।
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एलईडी से भक्तों ने किया राधा-कृष्ण का दीदार : संक्रमण के चलते जन्माष्टमी से छठी तक जेके मंदिर भक्तों के लिए बंद किया गया है। हालांकि मंदिर प्रबंधन की ओर से मंदिर के दोनों मुख्य द्वार पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर भक्तों को राधा-कृष्ण के दर्शन कराए गए। जन्मोत्सव का भी लाइव प्रसारण भक्तों तक एलईडी से पहुंचाया गया। मंदिर परिसर में लेजर लाइट के जरिये श्रीकृष्ण की बाल लीला दिखाई गई। वहीं, नजीराबाद स्थित रघुनाथ मंदिर में मनोहारी झांकियों का मंचन किया गया। मंदिर में सीमित भक्तों को शारीरिक दूरी का पालन करा प्रवेश दिया। संक्रमण के कारण सनातन धर्म मंदिर में इस बार झांकियों का प्रदर्शन नहीं किया गया।
घर-घर गूंजे जन्मोत्सव के गीत : जन्माष्टमी पर घर-घर जन्मोत्सव का आयोजन वैदिक रीति-रिवाज से मनाया गया। घरों में महिलाओं ने जन्मोत्सव के मंगलगीत गाकर नंदलाल का स्वागत किया। आनंदेश्वर मंदिर के श्री राधा कृष्ण मंदिर में पुष्पों से भगवान का मनोहारी शृंगार किया। मंदिर में बाबा के दर्शन करने के बाद भक्तों ने श्री राधाकृष्ण मंदिर में जाकर कान्हा का दीदार किया।
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