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डेढ़ करोड़ का सोना लेकर फुर्रर्र हो गया सर्राफ, पकड़े जाने पर बनाया ये बहाना, अब समझौते पर चल रही बात

नयागंज सराफा बाजार के तीन सराफा कारोबारियों का करीब डेढ़ करोड़ रुपये का सोना लेकर पत्नी के साथ फरार सर्राफ हरिओम गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पत्नी के साथ गुरुग्राम में छिपा हुआ था। पुलिस दोनों को पकड़कर शहर ले आई है। थाना कलक्टरगंज में उसे रखा गया है और पीड़ित व्यापारियों के साथ उसकी समझौते की बातचीत चल रही है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 20 May 2024 11:29 PM (IST)
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डेढ़ करोड़ का सोना लेकर फुर्रर्र हो गया सर्राफ, पकड़े जाने पर बनाया ये बहाना।
जागरण संवाददाता, कानपुर। नयागंज सराफा बाजार के तीन सराफा कारोबारियों का करीब डेढ़ करोड़ रुपये का सोना लेकर पत्नी के साथ फरार सर्राफ हरिओम गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पत्नी के साथ गुरुग्राम में छिपा हुआ था। पुलिस दोनों को पकड़कर शहर ले आई है। थाना कलक्टरगंज में उसे रखा गया है और पीड़ित व्यापारियों के साथ उसकी समझौते की बातचीत चल रही है।

यह है पूरा मामला

नयागंज स्थित शिवगंगा भवन में संदीप मिश्रा की अंशिका ज्वैलर्स और राजकुमार गुप्ता की राजू भाई ज्वैलर्स के नाम से प्रतिष्ठान हैं। पीपल वाली कोठी स्थित श्रीराधा वल्लभ ज्वेलर्स के मालिक हरिओम गुप्ता से उनका सालों का व्यापारिक संबंध था। 

हरिओम गुप्ता ने पिछले दिनों अंशिका ज्वैलर्स से 800 ग्राम और राजू भाई ज्वैलर्स से 560 ग्राम सोने के जेवर व्यवसाय के सिलसिले में लिया था। जिसकी बाजार में कीमत लगभग एक करोड़ रुपये है। 

हरिओम ने दो दिनों के भीतर भुगतान का भरोसा दिया था, मगर 29 अप्रैल से वह लापता हो गया। पहले पत्नी के इलाज का बहाना बनाया, मगर बाद में उसने अपना मोबाइल व दुकान दोनों बंद कर दी। 

प्रकरण में कलक्टरगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में नारियल बाजार चौक के सर्राफ बृजेश कुमार वर्मा उर्फ बाबी ने भी आरोप लगाया कि 18 अप्रैल को हरिओम उनके प्रतिष्ठान में आकर 503 ग्राम सोने के जेवरात ले गए। उन्होंने 10 दिनों में भुगतान का आश्वासन दिया था। इस तरह से हरिओम के पास इन तीनों सर्राफ के 1863 ग्राम सोने के जेवरात थे।

इंस्पेक्टर कलक्टरगंज ने बताया कि हरिओम गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। हरिओम ने पुलिस को बताया है कि व्यापार में उसे लगातार घाटा हो रहा था। वह उधारी चुकाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उस पर दबाव बढ़ता ही जा रहा था। बीमार पत्नी को दिखाने वह मैक्स अस्पताल गया था। वहां भी फोन आए तो उसने मोबाइल बंद कर लिया। उसका इरादा उधारी चुकाने का है।

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