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कानपुर में फिर ट्रेन पलटाने की साजिश, इमरजेंसी ब्रेक लगाकर लोको पायलट ने रोकी कालिंदी एक्‍सप्रेस; दो ह‍िरासत में

कानपुर से रविवार शाम चली कालिंदी एक्सप्रेस बर्राजपुर स्टेशन से ढाई किलोमीटर ही आगे निकली थी कि 825 बजे मुंढेरी क्रॉसिंग पार करने के बाद बिल्हौर स्टेशन से पांच किलोमीटर पहले ट्रैक पर रखा एलपीजी सिलेंडर ट्रेन से टकरा गया। तेज धमाके की आवाज सुनाई देने के बाद लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गार्ड को सूचना दी। इसके बाद मुंढेरी क्रॉसिंग के गेटमैन को भी जानकारी दी।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Mon, 09 Sep 2024 07:30 AM (IST)
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ट्रैक के पास म‍िला सिलेंडर और मौके पर पहुंचे अधि‍कारी जानकारी लेते हुए।

जागरण संवाददाता, कानपुर। साबरमती एक्सप्रेस बेपटरी होने और फर्रुखाबाद में हादसा टलने के बाद रविवार को एक और ट्रेन पलटाने की कोशिश की गई। रविवार देर शाम भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर बर्राजपुर और बिल्हौर के बीच ट्रैक पर रखे भरे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। तेज धमाके के बाद लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी।

फिलहाल किसी नुकसान की सूचना नहीं है। घटनास्थल पर पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और एक संदिग्ध झोला मिला है। उसमें बारूद और माचिस रखा हुआ था। घटना के बाद ट्रेन करीब 25 मिनट वहीं खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन आगे निकाली गई और बिल्हौर स्टेशन पर भी रोका गया। पुलिस ने धमाके की बात से इनकार किया है। आरपीएफ कन्नौज के इंस्पेक्टर ओपी मीणा ने बताया कि कैमरों की फुटेज के आधार पर दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।

तेज धमाके के बाद लोको पायलट ने रोकी ट्रेन

कानपुर से रविवार शाम चली कालिंदी एक्सप्रेस बर्राजपुर स्टेशन से ढाई किलोमीटर ही आगे निकली थी कि 8:25 बजे मुंढेरी क्रॉसिंग पार करने के बाद बिल्हौर स्टेशन से पांच किलोमीटर पहले ट्रैक पर रखा एलपीजी सिलेंडर ट्रेन से टकरा गया। तेज धमाके की आवाज सुनाई देने के बाद लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गार्ड को सूचना दी। इसके बाद मुंढेरी क्रॉसिंग के गेटमैन को भी जानकारी दी।

घटना की जानकारी मिलते ही अनवरगंज स्टेशन के रेलवे अधीक्षक, आरपीएफ और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ट्रैक पर लोहे जैसी किसी वस्तु के रगड़ने के निशान मिले हैं। आरपीएफ ने रेलवे ट्रैक और आसपास की झाड़ियों की जांच की। वहां पर रगड़ खाया हुआ एलपीजी सिलेंडर मिला है।

साबरमती एक्‍सप्रेस के 20 ड‍िब्‍बे और इंंजन पटरी से उतर गए थे 

कानपुर-झांसी रूट पर कानपुर में 16 अगस्त की रात करीब ढाई बजे साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए थे। इसमें रेलवे ने साजिश की बात कही थी। मामले की जांच चल रही है और पुलिस ने साजिश की आशंका से इन्कार किया है। हालांकि, रेलवे अपनी बात पर अड़ा है।

एक सप्ताह बाद ही 23 अगस्त की रात फर्रुखाबाद में अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर रखा गया लकड़ी का मोटा बोटा कासगंज-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस के इंजन से टकरा गया था। इसमें भी कोई नुकसान नहीं हुआ था। घटना में दो युवक पकड़े गए थे। उन्होंने शराब के नशे में लकड़ी का बोटा रखने की बात स्वीकार की थी।

रेलवे ट्रैक के पास एलपीजी सिलेंडर, माचिस तथा कुछ अन्य संवेदनशील सामान मिला है। सिलेंडर ट्रैक पर था और तेज रफ्तार में जा रही ट्रेन टकराने के बाद धमाका होते ही लोको पायलट ने रोक दी। साजिश की आशंका पर जांच की जा रही है। -ओपी मीणा, इंस्पेक्टर, आरपीएफ कन्नौज

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