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Kanpur-Bhopal Economic Corridor: कानपुर-भोपाल की दूरी होगी कम, इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए 3 हजार 589 करोड़ मंजूर

Kanpur-Bhopal Economic Corridor News यूपी के कानपुर से भोपाल की दूरी अभी तक लगभग 560 किलोमीटर है। इसको तय करने में 12 से 14 घंटे का समय लगता है लेकिन कानपुर-भोपाल इकोनॉमिक कॉरि‍डोर बनने से यह सफर मात्र सात घंटे में पूरा हो जाएगा। अभी इस योजना के प्रथम चरण को पूरा करने के लिए बजट जारी किया गया है।

By ritesh dwivedi Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 18 Oct 2024 01:40 PM (IST)
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कॉरिडोर के बनने से भोपाल तक महज सात घंटे में तय होगा सफर।- सांकेत‍िक तस्‍वी

जागरण संवाददाता, भोपाल/कानपुर। भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर को फोर लेन में अपग्रेड करने के लिए 3,589 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृत कर दिया गया। यह कॉरिडोर कानपुर से कबरई, महोबा होते हुए मध्य प्रदेश के छतरपुर में इकोनॉमिक कॉरिडोर से जुड़ जाएगा। इस कॉरिडोर के बनने से भोपाल तक महज सात घंटे में सफर तय हो जाएगा। गुरुवार को इसकी जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक्स हैंडल पर पोस्ट करके दी है।

कानपुर से भोपाल की दूरी अभी तक लगभग 560 किमी है। इसको तय करने में 12 से 14 घंटे का समय लगता है लेकिन कानपुर-भोपाल इकोनॉमिक कॉरि‍डोर बनने से यह सफर मात्र सात घंटे में पूरा हो जाएगा। अभी इस योजना के प्रथम चरण को पूरा करने के लिए बजट जारी किया गया है। जिसमें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से विदिशा, विदिशा से ग्यारसपुर, सताईघाट से चौका और चौका से कैमाहा पैकेजों के लिए 3,589 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।

वहीं कानपुर-हमीरपुर मार्ग के चौड़ीकरण का प्रस्ताव पहले ही पास हो चुका है, जबकि कबरई-हमीरपुर महोबा एक्सप्रेसवे के लिए डीपीआर तैयार करने का काम चल रहा है। इस कॉरिडोर के बनने से लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी से व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। राजधानी भोपाल को बुंदेलखंड के सागर और छतरपुर जिलों से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण चार-लेन सड़क परियोजना है।

इस परियोजना का उद्देश्य भोपाल से सागर होते हुए छतरपुर और उत्तर प्रदेश सीमा तक सड़क संपर्क को बेहतर बनाना है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा भोपाल से सागर और छतरपुर से उत्तर प्रदेश महोबा सीमा तक मार्ग को चार-लेन में अपग्रेड करने की अनुमति दी गई है। इस स्वीकृति से बुंदेलखंड विकास पथ के निर्माण में तेजी आएगी।

यह पथ न केवल संपर्क को सुधारने में सहायक होगा, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। इससे रोजगार के साथ-साथ क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने प्रदेश को मिली इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त किया है।

112 KM तक यूपी में होगा निर्माण

कानपुर से कबरई महोबा समानांतर 112 किमी हाईवे का निर्माण होगा। यह हाईवे कानपुर नगर, देहात, हमीरपुर और महोबा सीमा से छतरपुर में इकोनॉमिक कॉर‍िडोर से मिल जाएगा।

अभी कानपुर से हमीरपुर टू लेन हाईवे पर नौबस्ता से हमीरपुर के ट्रैफिक लोड ज्यादा होने से जाम लगता है। सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं भी इसी सड़क पर होती हैं। नौबस्ता से लेकर घाटमपुर और हमीरपुर से महोबा तक हाईवे बनाने में लगभग 3700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। वहीं कानपुर से भोपाल तक तीन चरणों में काम होगा। इसके लिए 11300 करोड़ खर्च करने की योजना है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक अमन रोहिल्ला ने बताया कि कानपुर-कबरई ग्रीनफील्ड हाईवे रिंगरोड से शुरू होगा, इसे मगरसा से जोड़ा जाएगा। अभी डीपीआर तैयार हो रहा है।

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