MGNREGA Kanpur: अब मनरेगा से हुए 59 करोड़ रुपये के कार्यों की होगी जांच, सांसत में पूर्व प्रधान
मुख्य विकास अधिकारी ने गांवों में हुए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत कार्यों की जांच के लिए दो-दो सदस्यीय टीम गठित की है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारियों और तत्कालीन प्रधानों पर कार्रवाई हो सकती है।
कानपुर, जेएनएन। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में कराए गए विकास कार्यों की जांच होगी। इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी ने दो-दो सदस्यीय पांच टीमों को जिम्मेदारी दी है। जांच में सिर्फ गुणवत्ता ही नहीं निर्माण सामग्री खरीद की प्रक्रिया भी देखी जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि कहीं नियमों को धता बताकर खरीद तो नहीं हुई या फिर कागज पर ही सामग्री तो नहीं खरीदी गई। जांच के आदेश के बाद संबंधित गांवों के पूर्व प्रधान अब सांसत में हैं क्योंकि हकीकत सामने आने के बाद उनपर भी कार्रवाई हो सकती है।
उपायुक्त श्रम रोजगार रहे एके ङ्क्षसह पर मनमाने तरीके से विकास कार्य कराने के आरोप लगे हैं। जुलाई में भी उन पर तकनीकी सहायकों का मनमाने तरीके से तबादला करने और कार्यस्थल पर कार्यों की लागत व अन्य विवरण अंकित कर बोर्ड लगाने के कार्य में भी गड़बड़ी का मामला सामने आया था, तब सीडीओ ने उनके विरुद्ध निलंबन की संस्तुति की थी। एके सिंह अब ललितपुर में इसी पद पर तैनात हैं। सीडीओ ने हर ब्लाक में पांच-पांच कार्य की जांच कराने के आदेश दिए थे। अब उन्होंने सभी कार्यों की जांच के लिए कहा है। चाहे वह तालाब की खोदाई का कार्य हो या फिर नाला, नाली, खड़ंजा व इंटरलाकिंग टाइल्स बिछाने का।
कार्यों की जांच बिल्हौर और पतारा ब्लाक में डीडीओ और अधिशासी अभियंता निचली गंगा नहर, घाटमपुर व पतारा में सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता और अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, चौबेपुर व शिवराजपुर ब्लाक में उपायुक्त स्वत: रोजगार और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण भवन इकाई, भीतरगांव और सरसौल ब्लाक में जिला पंचायत राज अधिकारी व सहायक अभियंता लघु सिंचाई, बिधनू और कल्याणपुर ब्लाक में उप निदेशक कृषि और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड करेंगे।