Kanpur Chakeri Airport में शुरु होगा नया टर्मिनल, UPRNN नवंबर तक काम खत्म कर एयरपोर्ट अथारिटी को देगा सौंप
कानपुर चकेरी के मवइया में एयरपोर्ट के लिए बन रहे नए टर्मिनल और टैक्सी लिंक का काम नवंबर तक पूरा हो जाएगा। यूपीआरएनएन टर्मिनल भवन और टैक्सी लिंक एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया को हस्तांतरित कर देगा। रात्रि विमान सेवा 2023 के अंत तक शुरू करने की तैयारी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। चकेरी के मवइया में एयरपोर्ट के लिए बन रहे नए टर्मिनल और टैक्सी लिंक का काम नवंबर तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद यूपीआरएनएन टर्मिनल भवन और टैक्सी लिंक एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया को हस्तांतरित कर देगा। दिसंबर 2022 तक विमानों की उड़ान शुरू हो जाएगी। चकेरी एयरपोर्ट से रात्रि विमान सेवा वर्ष 2023 तक शुरू करने की तैयारी है। इसके लिए जमीन संबंधी रिपोर्ट प्रशासन ने एयरफोर्स को सौंप दी है।
चकेरी एयरपोर्ट का मौजूदा टर्मिनल भवन एयरफोर्स का है जो काफी पुराना है। इसकी यात्री क्षमता 150 से अधिक नहीं है। इसके साथ ही यहां एक ही एप्रन (विमान खड़ा करने का स्थान) है। इससे एक समय में एक ही विमान आ सकता है। यदि उसी समय दूसरा विमान आ गया तो उसे हवा में ही चक्कर लगाने पड़ते हैं या फिर रनवे पर खड़ा कर दिया जाता था।
ऐसे में मवइया में नई टर्मिनल बिल्डिंग का काम 13 अक्टूबर 2019 से शुरू हुआ। फरवरी 2021 तक इसे पूरा होना था लेकिन कोविड की विभीषिका के चलते काम काफी लंबित हो गया। अब इस काम की अंतिम समय सीमा नवंबर 2022 रखी गई है।
एयरपोर्ट के लिए नई टर्मिनल बिल्डिंग और रनवे तक विमान को लाने-ले जाने के लिए टैक्सी लिंक बनाने की जिम्मेदारी UPRNN (उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम) को दी गई थी। यूपीआरएनएन ने ओवरआल 96 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है।
अधिकारी बताते हैं कि 30 नवंबर तक टर्मिनल बिल्डिंग का भवन और टैक्सी लिंक पूरा करके एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया को हस्तांतरित कर देंगे। इसके बाद दिसंबर से नए टर्मिनल से विमान सेवा शुरू हो जाएगी। लगभग एक वर्ष में यहां से रात्रि विमान सेवा की शुरुआत भी हो जाएगी।
एयरपोर्ट सलाहकार समिति की पिछली बैठक में ग्रुप कैप्टन आकाश गुप्ता ने बताया था कि एयरफोर्स हवाई पट्टी के लिए आइएलएस कैट-दो की सुविधा का दर्जा हासिल करने की तैयारी की जा रही है। बता दें इस कार्य में वक्त भी लग सकता है क्योंकि इसके लिए भूमि अधिग्रहण होना है। जिला प्रशासन ने भूमि संबंधी रिपोर्ट एयरफोर्स को सौंप दी है। रक्षा मंत्रालय की अनुमति मिलने के बाद इस पर काम तेजी से शुरू होगा।
कितने प्रतिशत हुआ कौन सा काम
कार्य प्रतिशत
एप्रन 100
एएआइ में टैक्सी लिंक 99
आंतरिक रोड व फुटपाथ 99
टर्मिनल भवन का काम 97
लैंड स्केपिंग एवं हार्टीकल्चर 99
एयरफोर्स कैंप में टैक्सी लिंक 60
सब स्टेशन 100
फायर फाइटिंग 99
लिफ्ट (13 यात्री) 99
एयर कंडीशनिंग 99
एयरपोर्ट सिस्टम 99
आइटी सिस्टम 97
ग्राउंड लाइटिंग एएआइ परिसर 98
इन कार्यों का भी भेजा गया प्रस्ताव
एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन में दो एरो ब्रिज के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही टर्मिनल के दूसरे छोर पर एक और रनवे टैक्सी लिंक के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा गया ताकि यह स्टैंडबाय लिंक के रूप में यह कार्य कर सके। ऐसा इसलिए ताकि यदि कोई विमान टैक्सी लिंक के रास्ते पर खराब हो जाए अथवा एक समय पर अधिक विमान आ रहे हों तो यह काम आएगा।
मिल चुकी है इन हवाई रूटों को मंजूरी
क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने उड़ान योजना के चौथे चरण में 78 नए रूटों का अनुमति दी थी। इसमें कानपुर से भी कई रूट शामिल थे जिसमें प्रयागराज, वाराणसी, चित्रकूट, श्रावस्ती, अलीगढ़, मुरादाबाद, बरेली और गोरखपुर शामिल किया गया था। अगस्त 2020 में इन नए रूटों को अनुमति मिली थी जिसके बाद गोरखपुर के लिए विमान सेवा दिल्ली कानपुर गोरखपुर की शुरुआत हुई थी लेकिन चकेरी एयरपोर्ट पर सुविधा न होने के चलते यह सेवा बंद हो गई। वहीं अभी तक प्रस्तावित रूट पर भी विमान सेवा शुरू नहीं हो सकी। नई टर्मिनल बिल्डिंग बनने के बाद स्पाइस जेट, इंडिगो समेत अन्य कंपनियों ने उड़ान शुरू करने का प्रस्ताव दिया है।
नवंबर तक काम पूरा करने की समय सीमा खुद कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने तय की थी। अधिकतर कार्य पूरा हो चुका है। फिनिशिंग की जा रही है। नवंबर तक काम पूरा हो गया तो दिसंबर से संचालन शुरू करा दिया जाएगा। -डा. राज शेखर, मंडलायुक्त