Kanpur News: कल्याणपुर ब्लाक कार्यालय में गंदगी देख बिफरे डीएम, 13 कर्मचारियों का रोका वेतन
कानपुर के जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कल्याणपुर खंड विकास कार्यालय का अचानक निरीक्षण किया। वहां गंदगी और कई कर्मचारी गायब मिले जिससे वे नाराज हुए। उन्होंने अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकने का आदेश दिया और बीडीओ से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कार्यालय की व्यवस्था सुधारने और सीडीओ को पुन निरीक्षण करने के भी आदेश दिए।

जागरण संवाददाता, कानपुर। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को खंड विकास कार्यालय कल्याणपुर का औचक निरीक्षण किया। कार्यालय में फैली गंदगी, अव्यवस्था और कर्मचारियों की अनुपस्थिति देखकर वे भड़क उठे। मौके पर 13 कर्मचारी गैरहाजिर मिले, जिनका वेतन रोकने के निर्देश जिलाधिकारी ने जारी किए।
जिलाधिकारी के निरीक्षण में नियमित कर्मचारी दिनेश कुमार यादव, प्रिया मिश्रा, साधना यादव और जीतू आर्या अनुपस्थित पाए गए। संविदा कर्मियों में प्रिया शुक्ल, पंकज शर्मा, दीपक कुमार, सत्यम तिवारी, शिशिर कुमार, कृष्णा पाल, आनंद सिंह और नैन्सी मिश्रा ड्यूटी पर नहीं मिले। इसके अलावा सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) राजकमल अवस्थी भी गायब पाए गए। जिलाधिकारी ने आदेश दिया कि इनकी अनुपस्थिति का वेतन उनकी अनुमति के बिना आहरित न किया जाए।
भ्रमण पंजिका की जांच में भी गंभीर अनियमितताएं मिलीं। कई कर्मियों ने बाहर जाने की प्रविष्टि दर्ज की थी लेकिन लौटने का समय अंकित नहीं किया। इस पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान तैनात बोर टेक्नीशियन अपने कार्यों का विवरण तक नहीं बता सका। जिस पर जिलाधिकारी ने सहायक अभियंता, लघु सिंचाई से विकास खंडवार विवरण तलब किया। एनआरएलएम और लेखा कक्ष सहित कई कार्यालयों में भी गंदगी और अव्यवस्था देखने को मिली।
डीएम ने परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण को एक सप्ताह और मुख्य विकास अधिकारी को 15 दिन के भीतर निरीक्षण कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके बाद वे स्वयं ब्लाक कार्यालय का पुनः निरीक्षण करेंगे।
पहले भी लापरवही पर दिखाई सख्ती
बिधनू रमईपुर साढ़ रोड स्थित मझावन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में नरवल तहसील जाते समय जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह औचक निरीक्षण करने पहुंच गए थे। सुबह 10:15 बजे सीएचसी पहुंचे जिलाधिकारी ने 45 मिनट का गहन निरीक्षण किया था। सबसे पहले वह सीएचसी के दवा वितरण काउंटर पर पहुंचे वहां दवाओं की जायजा लिया। इसके बाद वह डां दिनेश भदौरिया संग ड्यूटी रजिस्टर का निरीक्षण किया। जिसमें उपस्थित सभी स्टाफ को बुलाकर परिचय लिया। इसके बाद वह एक्सरे कक्ष पहुंचे जहां एक्सरे मशीन को सील पैक देख नाराज हुए।
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