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कानपुर ई-बस हादसा : अब टेस्ट में फेल चालकों का होगा प्रशिक्षण, पास होने पर चला सकेंगे ई-बस

कानपुर में ई-बस हादसे के बाद से प्रशासन सख्त है। कई चालक टेस्ट में फेल हो गए थे। अब विभाग ने ऐसे चालकों को माडल ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल एंड रिसर्च सेंटर में प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसके बाद फिर से टेस्ट लिया जाएगा।

By Abhishek VermaEdited By: Updated: Tue, 15 Feb 2022 03:46 PM (IST)
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ई-बस हादसे के बाद से ही प्रशासन सख्ती से पेश आ रहा है।

कानपुर, जागरण संवादाता। ई-बसें चलाने में फेल हुए चालकों को रोडवेज के माडल ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल एंड रिसर्च सेंटर में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद उनका टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट में सफल होने के बाद ही वे सड़क पर ई-बसों का संचालन कर सकेंगे।

ई-बसों के संचालन के लिए 142 चालकों की भर्ती की गई है। रोडवेज के विकास नगर स्थित माडल  ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में अब तक 110 चालकों का टेस्ट लिया गया है। इनमें से 26 फेल हुए हैं जबकि 84 पास हुए हैं। 18 चालक स्वास्थ्य परीक्षण में भी सफल नहीं हुए। मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने निर्देश दिए हैं कि की टेस्ट में फेल होने वाले चालकों को प्रशिक्षण दिया जाए तथा दोबारा टेस्ट लिया जाए। टेस्ट में सफल होने के बाद ही उनसे सड़क पर बसों का संचालन कराया जाए। कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लि. के एमडी अनिल अग्रवाल ने बताया कि चालकों को रोडवेज के मोटर  ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद उनका टेस्ट लिया जाएगा। बिना स्वास्थ्य परीक्षण के किसी भी चालक को ड्यूटी पर नहीं भेजा जाएगा।

16 ई-बसों का संचालन शुरू किया, 50 किमी से अधिक गति नहीं

त न दिन बंद रहने के बाद सोमवार से 16 ई-बसों का संचालन शुरू कर दिया गया। पहले 25 ई बसों को चलाने के निर्देश दिए थे लेकिन चालकों की कमी की वजह से नौ बसें कम चलाई गईं। धीरे-धीरे बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। बसों की स्पीड 50 किलोमीटर प्रतिघंटा पर लाक की गई है। इससे अधिक गति से चालक बसों को नहीं चला सकेंगे।

चालकों के चयन के लिए ये मानक

ई-बसों के लिए चालकों के चयन के लिए जो मानक निर्धारित किए गए हैं उनके अनुसार चालक की ऊंचाई पांच फीट तीन इंच से कम नहीं होनी चाहिए। चालक के पास पांच वर्ष पुराना हैवी व्हीकल कामर्शियल लाइसेंस होना चाहिए। चालक का आठवीं कक्षा पास होना जरूरी है। चालक का चरित्र प्रमाण पत्र व स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी होना चाहिए।

प्राइवेट कंपनी करती है ई-बसों का संचालन

ई-बसों का संचालन प्राइवेट कंपनी के जिम्मे है। तीर्थांकर सिटी बस आपरेशन प्रा.लि. चालकों की भर्ती से लेकर ई-बसों की देखरेख का काम करती है। कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लि. ई-बसों के शेड्यूल के साथ किराये का कलेक्शन करती है। बसों के रूट निर्धारित करती है।