Ekta Murder Case: 'जिम से निकलते ही कार में हत्या, फिर...', विमल से पूछताछ के बाद खुल रही एकता हत्याकांड की परतें
कानपुर के एकता हत्याकांड में पुलिस ने अब स्वीकार किया है कि जिम ट्रेनर विमल ने हत्या की तैयारी पहले ही कर ली थी। उसी अनुरूप उसने जिम से निकलते ही कार में एकता की हत्या कर दी और शव ठिकाने लगाने के लिए गंगा बैराज तक गया। वहां मौका नहीं मिलने पर डीएम कंपाउंड के बगल में ऑफिसर्स क्लब गया।
जागरण संवाददाता, कानपुर। चर्चित एकता गुप्ता हत्याकांड के आरोपी जिम ट्रेनर विमल सोनी से पूछताछ के बाद कई परतें खुलती दिख रही हैं। पुलिस ने अब स्वीकार किया है कि विमल ने एकता की हत्या की तैयारी पहले ही कर ली थी। उसी अनुरूप उसने जिम से निकलते ही कार में एकता की हत्या कर दी और शव ठिकाने लगाने के लिए गंगा बैराज तक गया। वहां मौका नहीं मिलने पर डीएम कंपाउंड के बगल में ऑफिसर्स क्लब गया। वहां मुख्य गेट में अंदर से ताला बंद था। कार बाहर खड़ी कर डीएम आवास परिसर से अंदर गया और ताला खोलकर कार ऑफिसर्स क्लब के अंदर ले गया।
क्लब परिसर में चार फीट का गड्ढा पहले से ही खोदा पड़ा था, जिसे उसने गहरा किया और शव को गाड़ दिया। एक सवाल अब भी बाकी है कि क्या उसे आते-जाते किसी ने नहीं देखा, जबकि उसके गायब होने की जानकारी उसी दिन आ गई थी। किसी ने इस बारे में पुलिस को क्यों नहीं बताया।
सिविल लाइंस के गोपाल विहार निवासी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता 24 जून से लापता थीं। वह रोजाना ग्रीन पार्क स्टेडियम स्थित जिम जाती थीं। उस दिन वह घर नहीं लौटीं तो राहुल ने जिम ट्रेनर विमल सोनी के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने शुरुआत में इसे गंभीरता से लिया। बाद में 26 अक्टूबर को विमल की गिरफ्तारी के बाद पता चला की एकता की हत्या कर शव ऑफिसर्स क्लब में गाड़ा गया है। उस समय पुलिस ने जो कहानी बताई में उसमें कई सवाल अनुत्तरित थे।
पुलिस का कहना था कि विमल ने 45 मिनट में गड्ढा खोदकर शव गाड़ा, इतने कम समय में यह संभव नहीं था। हत्या को भी अकस्मात किया गया बताया गया था। अब पुलिस ने विमल सोनी को रिमांड पर लिया है। गुरुवार को उससे पूछताछ के बाद कई सवालों के जवाब मिले। शुक्रवार सुबह आठ बजे उसे दोबारा जेल भेज दिया जाएगा।
गुरुवार शाम अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि एकता की हत्या 24 जून की सुबह सात से 7:20 बजे के बीच हुई थी। एकता को विमल ने जिम में ही एनर्जी ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिला दिया था। वहां से निकलने के बाद वह उसे अपनी कार में ले गया। कार में दोनों के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद विमल ने एकता के मुंह पर मुक्का मारा, जिससे वह बेहोश हो गई। फिर विमल ने रस्सी से गला घोंटकर मार दिया। करीब 45 मिनट तक विमल शव को ठिकाने लगाने की जगह तलाशता रहा। इसी दौरान उसे याद आया कि ऑफीसर्स क्लब परिसर में आगे की ओर एक गहरा गड्ढा है। वह कार से शव लेकर वहां पहुंचा। ऑफीसर्स क्लब में उसे कमरा मिला था। इस कारण मुख्य गेट की चाभी उसके पास पहले से थी। उसने कार बाहर खड़ी कर दी और पैदल डीएम आवास परिसर में घुसा।
यहां से ऑफीसर्स क्लब जाने के लिए एक गेट है। उसी से वह अंदर पहुंचा, फिर मुख्य गेट का ताला खोलकर कार को गड्ढे तक ले गया और एकता का शव गाड़ी से उतारकर गाड़ दिया। अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि गड्ढा पूर्व में खोदा गया था, जिसकी गहराई करीब चार फीट थी। इसे कब और किसने खोदा इसका जानकारी नहीं है। जिस तरह से गाड़ी में रस्सी लाकर रखी गई और अन्य घटनाक्रम हुए उससे साफ है कि विमल एकता को अपने रास्ते से हटाना चाहता था। शव गाड़ने के लिए गड्ढा तलाश कर रखना भी साजिश का हिस्सा है।
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