Kanpur : जादूगर ओपी शर्मा हुए पंच तत्वों में विलीन, भैरव घाट में हुआ दाह संस्कार, नम आखों से दी गई विदाई
कानपुर के जादूगर ओपी शर्मा (सीनियर) का गुर्दे की बिमारी के चलते निधन हो गया था। भैरव घाट में उनका दाह संस्कार किया गया। बड़े बेटे ने पिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर घाट पर उनके फैंस भी मौजूद रहें।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मायानगरी के बादशाह कहे जाने वाले जागदूर ओपी शर्मा (सीनियर) का रविवार को भैरोघाट पर अंतिम संस्कार किया गया। बड़े बेटे प्रेम प्रकाश शर्मा ने उन्हें मुखाग्नि दी। पारिवारिक सदस्यों, प्रशंसकों और रिश्तेदारों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना की।
छोटी बेटी नहीं हो सकी शामिल
ओपी शर्मा की इकलौती सबसे छोटी बेटी रेनू शर्मा संयुक्त राज्य अमेरिका में रह रही है। बेटी रेनू पिता के अंतिम दर्शन के लिए नहीं आ सकीं। ओपी शर्मा का गुर्दे की बीमारी के चलते शनिवार देर रात शारदा नगर स्थित नर्सिंगहोम में निधन हो गया था।
घर का नाम रखा था भूतबंगला
बलिया में 1 अप्रैल 1952 में जन्मे ओम प्रकाश शर्मा उर्फ ओपी शर्मा (सीनियर) ने मुंबई से डिजाइनर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। वर्ष 1971 में स्माल आर्मस फैक्ट्री (एसएएफ) में डिजाइनर के पद पर नौकरी लगी थी। इसके बाद उन्होंने शास्त्री नगर स्थित कालोनी में आवास बनाया। कुछ साल पहले उन्होंने बर्रा-दो में अपना घर बनवाया।
ओपी शर्मा ने अपने घर के प्रवेश द्वार पर कंकाल की खोपड़ी और गेट पर मकड़जाल की डिजाइन बनवाई थी। उनका घर कानपुर के दक्षिण क्षेत्र में ऐसा इकलौता मकान ही था। उन्होंने उस घर का नाम भूतबंगला रखा था।
2018 में किया था आखिरी शो
वर्ष 2018 में ओपी शर्मा सीनियर ने अंतिम बार शो किया था। उसके बाद से उनके जादू की कमान मंझले बेटे सत्यप्रकाश उर्फ ओपी शर्मा (जूनियर) ने संभाल ली थी। कोरोना काल में संक्रमित होने के बाद उनके गुर्दे प्रभावित हुए थे।