Kanpur Metro : कानपुर दक्षिण की ओर मेट्रो का रुख, यहां पढि़ए- कहां से गुजरेगा ट्रैक
Kanpur Metro News कानपुर के दक्षिण क्षेत्र में जल्द ही मेट्रो ट्रैक निर्माण के लिए खोदाई शुरू होने जा रही है इससे लोगों को कुछ दिनों तक परेशानी होगी तो पाइप हटने पर पेयजल संकट से भी जूझना पड़ सकता है।
By Abhishek VermaEdited By: Updated: Thu, 24 Feb 2022 04:17 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी)ने अब दक्षिण क्षेत्र में मेट्रो ट्रैक बिछाने की तैयारी शुरू कर दी है। ट्रैक बिछाने के लिए पेयजल और सीवर लाइन के पाइपों को शिफ्ट किया जाएगा। इससे दक्षिण क्षेत्र के कई इलाकों में खोदाई की जाएगी और लोगों को खोदाई और उड़ती धूल से जूझना पड़ेगा। यही नहीं कई दिनों तक क्षेत्र में पेयजल संकट रहेगा। क्षेत्र में जल निगम की फीडर लाइन गुजर रही है। इसको लेकर मेट्रो ने ट्रैक डालने से पहले सर्वे शुरू कर दिया है, ताकि आसानी से लाइनों को शिफ्ट किया जा सके।
जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन योजना (जेएनएनयूआरएम) के तहत वर्ष 2007 से क्षेत्र में पेयजल लाइन डाली जा रही है। पिछले सात साल से पेयजल लाइनों की टेस्टिंग चल रही है, लेकिन अभी तक भरपूर पानी नहीं मिल पाया ,लेकिन खोदाई का दर्द लोग झेल रहे है। इन इलाकों से गुजरनी है मेट्रो : गोविंद नगर सीटीआई, शास्त्री चौक, बर्रा सात,बर्रा आठ ट्रांसपोर्ट नगर, किदवईनगर, बारादेवी, बसंत बिहार, नौबस्ता से मेट्रो ट्रैक गुजरना है। इन क्षेत्रों में खोदाई से 5 लाख लोग प्रभावित होंगे।
पेयजल लाइन : 14 सौ, 16 सौ और 18 सौ एमएम की मुख्य पाइप लाइन है और जलकल और जल निगम की पाइप लाइनों से दस लाख की आबादी को जलापूर्ति होती है। गर्मी के समय पाइप लाइन शिफ्ट होने से पीने के पानी के लिए जूझना होगा।खोदाई में धूल उडऩे से क्षेत्र के लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होगी।क्या बोले जिम्मेदार : -
-पाइप लाइन शिफ्ट होगी तो जलापूर्ति प्रभावित होगी। चुन्नीगंज और परेड में लाइन शिफ्ट के दौरान कई दिनों तक गंगा बैराज प्लांट बंद करना पड़ा था। -मोहम्मद अजमल, सहायक अभियंता जल निगम
-दक्षिण के कई इलाकों में जलकल की लाइन पड़ी है। शिफ्टिंग होगी तो गुजैनी वाटर वक्र्स बंद होगा साथ ही जलकल मुख्यालय बेनाझाबर से जाने वाली पाइप लाइन को बंद करना होगा। -नीरज गौड़, महाप्रबंधक जलकल
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