Kanpur: कानपुर में सरकारी जमीन पर बनाया गया चर्च, शादी समेत कई चीजों का लालच देकर मतांतरण कराने का आरोप
नवाबगंज के विष्णुपुरी श्रमिक कालोनी में अवैध चर्च बनाकर उसे पंजीकृत करा लिया गया। आरोप है कि यहां लोगों को मतांतरण के लिए शादी नौकरी और रुपयों का लालच दिया जा रहा था। रविवार दोपहर विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चर्च का संचालन कर रहे दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
जागरण संवाददाता, कानपुर : नवाबगंज के विष्णुपुरी श्रमिक कालोनी में अवैध चर्च बनाकर उसे पंजीकृत करा लिया गया। आरोप है कि यहां लोगों को मतांतरण के लिए शादी, नौकरी और रुपयों का लालच दिया जा रहा था।
रविवार दोपहर विहिप व बजरंग दल कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चर्च का संचालन कर रहे दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। युवक की तहरीर पर पुलिस ने मतांतरण की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
नवाबगंज विष्णुपुरी के शोभित डेनियल पर आरोप है कि श्रमिक कालोनी में उसने सरकारी भूमि पर चर्च बना लिया। इटरनल गोस्पल चर्च इन इंडिया एपिस्कोपल एंड सर्विंग सोसाइटी नाम से वर्ष 2002 में पंजीकृत भी करा लिया।
मतांतरण के लिए कर रहे थे प्रेरित
आरोप है कि यहां रविवार सुबह करीब 40-50 लोगों को इकट्ठा किया गया। उन्हें बीमारी का इलाज कराने, शादी, नौकरी और अलग-अलग तरीके से लालच देकर मतांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इसकी जानकारी बजरंग दल के कृष्णा तिवारी व अन्य लोगों को हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद नवाबगंज थाना प्रभारी रोहित तिवारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
इस दौरान शोभित डेनियल व उसके एक साथी शोभित को गिरफ्तार कर थाने लाया गया। कालोनी में 20 साल से अवैध गतिविधियां चल रही थीं। आरोपितों पर सरकारी कालोनी में चर्च बनाने का भी आरोप है।
अमन गौतम ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि आरोपितों ने मतांतरण करने पर उसके पिता का इलाज कराने, 50 हजार रुपये, शादी और नौकरी का लालच दिया था।
कानपुर में आया छठा मामला
एसीपी कर्नलगंज अकमल खां ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर शोभित डेनियल और शोभित के खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन की धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की गई है। शहर में छठा मामला आया सामने शहर में मतांतरण का यह छठवां मामला सामने आया है जिसमें पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की है।
इससे पहले घाटमपुर, चकेरी, कर्नलगंज, कोहना और रावतपुर में भी मतांतरण का मामला पकड़ा गया था। हालांकि पुलिस अब तक मतांतरण कराने वाले सरगना तक नहीं पहुंच सकी है, जबकि विदेशी फंडिंग समेत अन्य साक्ष्य भी पुलिस के हाथ लगे थे।