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Kanpur News: रेलवे ट्रैक किनारे 80 अवैध बस्तियां, तैयार हो रहा कार्रवाई का ब्लूप्रिंट

कानपुर में ट्रेनों को बेपटरी करने के षड्यंत्र के बाद रेलवे ने सुरक्षा बढ़ा दी है। रेलवे ने ट्रैक के किनारे 80 अवैध बस्तियों को चिह्नित किया है जिन्हें हटाया जाएगा। रेलवे इन बस्तियों के लोगों के पुनर्वास की भी व्यवस्था करेगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रयागराज मंडल शशिभूषण त्रिपाठी ने बताया- रेलवे की जमीन पर बसी अवैध बस्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 01 Oct 2024 08:50 AM (IST)
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80 अवैध बस्तियां चिह्नित, तैयार हो रहा कार्रवाई का ब्लूप्रिंट

जागरण संवाददाता, कानपुर। ट्रेनों को बेपटरी करने का षड्यंत्र सामने आने के बाद शक की सुई आसपास रहने वालों पर भी घूमी। रेल ट्रैक के किनारे अवैध बस्तियों में रहने वाले लोग भी जांच के दायरे में आए। साबरमती और कालिंदी एक्सप्रेस की घटना के बाद रेलवे ने ट्रैक की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद करने के लिए आरपीएफ, जीआरपी और क्षेत्रीय पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें रेलवे ने 80 अवैध बस्तियां चिह्नित कीं।

इनको हटाने के लिए रेलवे का सिविल इंजीनियरिंग विभाग रिपोर्ट तैयार कर रहा है। अवैध बस्तियों को हटाने के साथ ही रेलवे प्रशासन के सहयोग से इनके पुनर्वास की भी व्यवस्था कराने का प्रयास करेगा।

कानपुर झांसी रूट पर साबरमती एक्सप्रेस के बेपटरी होने के बाद कासगंज रूट पर बर्राजपुर में कालिंदी एक्सप्रेस भरे हुए एलपीजी सिलिंडर से टकरा गई थी। दोनों घटनाओं में एटीएस, एनआइए, आइबी और पुलिस की जांच हुई। षड्यंत्र की बात सामने आने पर रेलवे सुरक्षा को लेकर सक्रिय हो गया।

उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बडोनी ने पहली बार पुलिस आयुक्त अखिल कुमार के साथ कानपुर के रेल रूट का रेलमार्ग से सर्वे किया। सर्वे में माना गया कि रेल ट्रैक के किनारे बसी बस्तियों से रेलवे को बड़ा खतरा है।

इसके बाद जीआरपी, आरपीएफ और रेलवे की संयुक्त टीम बनी, जिसने जमीनी स्तर पर सर्वे किया। इस दौरान झांसी, प्रयागराज, कासगंज, लखनऊ रूट पर रेलवे की जमीन पर बसी 80 बस्तियां चिह्नित की गईं। इसकी रिपोर्ट प्रयागराज मुख्यालय को भेजी गई है। जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

पुनर्वास भी है रेलवे की चिंता

रेलवे अधिकारी बताते हैं कि अवैध बस्तियों पर कार्रवाई से पहले इनके पुनर्वास की भी चिंता की जा रही है। जिला प्रशासन से इसके लिए संपर्क किया जा रहा है। पहले उन बस्तियों को हटाया जाएगा, जहां विरोध की संभावना कम है। उसके बाद उन स्थानों पर कार्रवाई होगी, जहां विरोध होने की संभावना है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रयागराज मंडल, शशिभूषण त्रिपाठी ने बताया-  रेलवे की जमीन पर बसी अवैध बस्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।

रेलवे की जमीन पर कहां कितनी बस्तियां

-20 कानपुर से झांसी रूट पर

-19 कानपुर से लखनऊ रूट पर

-18 कानपुर कासगंज रूट पर

-15 कानपुर प्रयागराज रूट पर

-08 सेंट्रल से न्यू कोचिंग कांप्लेक्स तक

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