यूपी की पहली यूनीवर्सिटी जो 12वीं पास छात्र को चार साल में देगी एमएससी कंप्यूटर साइंस की डिग्री
अभी 12वीं पास छात्रों को एमटेक में छह और एमएससी की पढ़ाई पूरी करने में पांच साल का समय लगता है आने वाले नए वर्ष से छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय एमएससी इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Wed, 18 Nov 2020 08:43 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। कंप्यूटर साइंस विषय में कॅरियर बनाने की ख्वाहिश रखने वाले छात्र-छात्राओं को स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने के लिए पांच-छह साल इंतजार नहीं करना होगा। 12 वीं की परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राएं एमएससी कंप्यूटर इंटीग्रेटेड की डिग्री चार साल में ले सकेंगे। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) ने उनकी राह आसान कर दी है।
सीएसजेएमयू प्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा जहां सत्र 2021-22 से इंटीग्रेटेड कंप्यूटर साइंस कोर्स शुरू करने की तैयारी है। विवि के यूनिवर्सिटी इंस्टीट््यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) ने एमएससी इंटीग्रेटेड इन कंप्यूटर साइंस कोर्स का मसौदा तैयार कर लिया है। यूआइईटी निदेशक की स्वीकृति के बाद अब इसे एकेडमिक काउंसिल में रखने की तैयारी है। कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने वालों के सामने एमटेक का विकल्प ही रहता है। 12वीं के बाद एमटेक की पढ़ाई छह वर्ष की होती है जबकि किसी भी विषय से एमएससी करने के लिए छात्र बीएससी व एमएससी की लगातार पांच वर्ष तक पढ़ाई करते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कंप्यूटर साइंस विषय के साथ एमएससी का कोर्स डिजाइन किया है।
यूआइईटी के निदेशक डॉ. रवींद्रनाथ कटियार ने बताया कि 12वीं के बाद छात्रों का समय बचाने के लिए यह नया कोर्स शुरू करने की योजना है। एमएससी के इस कोर्स के बाद पीएचडी करने के साथ छात्र-छात्राएं मल्टीनेशनल कंपनी में काम भी कर सकेंगे। पब्लिक सेक्टर में नौकरी की राह होगी आसान डॉ.कटियार ने बताया कि छात्र पब्लिक सेक्टर में नौकरी के लिए होने वाले ग्रेजुएट एप्टीट््यूड टेस्ट (गेट) में भी शामिल हो सकते हैं। गेट की मेरिट के जरिए ही गेल, भेल, एनटीपीसी, ओएनजीसी समेत अन्य पब्लिक सेक्टर में नौकरी के मौके मिलते हैं।
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