यूपी का पहला 'ग्रीन जू' बनने की ओर कानपुर का चिड़ियाघर, बनाएगा और बेचेगा बिजली
ओडिशा के भुवनेश्वर कर्नाटक के मंगलौर और मैसूर के प्राणि उद्यान को यह उपलब्धि हासिल है। अब कानपुर चिड़ियाघर में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा।
By AbhishekEdited By: Updated: Wed, 29 Jan 2020 11:02 AM (IST)
कानपुर, [समीर दीक्षित]। प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर उत्तर प्रदेश के पहले 'ग्रीन जू' का तमगा हासिल करने के लिए कानपुर चिड़ियाघर ने कदम बढ़ा दिए हैं। पहले चरण में पॉवर सिस्टम को सोलर पॉवर सिस्टम में तब्दील किया जाएगा। यहां 15-15 किलोवॉट के दो सोलर प्लांट लगाए जाने का प्रस्ताव है। 13.50 लाख रुपये से बनने वाले प्लांट की स्थापना अगले वर्ष तक हो जाएगी। उसके बाद प्राणि उद्यान खुद की बनाई बिजली से रोशन होगा।
यूपी नेडा के साथ प्रोजेक्ट तैयारप्राणि उद्यान के अधिकारियों के मुताबिक है यह उत्तर प्रदेश का पहला 'ग्रीन जू' होगा। ओडिशा के भुवनेश्वर, कर्नाटक के मंगलौर और मैसूर के प्राणि उद्यान को यह उपलब्धि हासिल है। अब यहां सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा। निदेशक सुनील चौधरी ने कहा कि यूपी नेडा संग मिलकर प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है, जिसे शासन को भेजा जा रहा है।
इस तरह होगी बचतप्राणिउद्यान के एसडीओ एके सिंह ने बताया कि अभी 90 किलोवाट बिजली के लिए हर माह पांच लाख रुपये बिल का भुगतान किया जा रहा है। इस हिसाब से 30 किलोवॉट बिजली के लिए हर माह औसतन 1.66 लाख रुपये देने पड़ते हैं। इतने ही क्षमता का सोलर प्लांट लगने के बाद साल में 20 लाख रुपये की बचत होगी। दोनों प्लांट के लिए 45 हजार रुपये प्रतिकिलोवॉट के हिसाब से नेडा को 13.5 लाख रुपये भुगतान करना होगा।
केस्को से होगा बिक्री का करारभविष्य में सोलर प्लांट की क्षमता बढऩे पर उसे पॉवर कॉरपोरेशन के ग्रिड से जोड़ा जाएगा ताकि अतिरिक्त बिजली ग्रिड को दी जा सके। केस्को यहां दो मीटर लगाएगा। एक मीटर से पता चलेगा कि केस्को को कितनी बिजली जू से दी गई और कितनी बिजली केस्को से ली गई। केस्को को 2.38 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जाएगी, इसके लिए भी करार किया जाएगा।
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